थप्पड़ चप्पल कांड धारावाहिक की जांच जारी/कमलेश भारतीय
लेखक द्वारा वर्तमान हालात पर टिप्पणी
आपको कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। बड़ी तेज़ी से बालसमंद में चर्चित सोनाली फोगाट व सुल्तान सिंह के कांड की जांच चल रही है। मैं नहीं कह रहा। ये मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर कह रहे हैं। वे कैथल, फतेहाबाद किसानों के बीच आए तो मीडिया से भी रूबरू हुए और कहा कि इस कांड की जांच जारी है और किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जायेगा। चप्पल व थप्पड़ मारने कितना सही था? इसका जवाब भी कि जांच में सब साफ हो जायेगा। दूसरी तरफ सुल्तान सिंह की पत्नी हिसार में उसी समय महिला आयोग की कार्रवाई पर प्रशनचिंह लगा रही थीं। उन्होंने कहा की महिला आयोग की चेयरपर्सन सिर्फ सोनाली की सुनवाई कर लौट गयीं जबकि हमें बुलाया तक नहीं गया। क्या एक पक्ष को सुनकर ही फैसला दे दिया जायेगा? मुख्यमंत्री जी, क्या यही जांच चल रही है? अब महिला आयोग की सदस्या सुमन बेदी कह रही हैं कि सोनाली को क्लीन चिट नहीं दी। पर ऑडियो सुनने के बाद कोई भी महिला सुल्तान से सहानुभूति नहीं रखेगी यानी ऑडियो से आपका मन तो बन चुका। प्रतिभा सुमन ने भी कहा था कि ऑडियो में इतने डर्टी कमेंट्स हैं कि इस तरह के लोग बार बार पिटेंगे। मन तैयार हो चुका था। कर्मचारियों ने भी प्रदर्शन किया तो अनाज मंडी में भाजपा ने किसानों के साथ प्रदर्शन किया। मांग यह कि सुल्तान को गिरफ्तार करो। मांग यह कि सोनाली को गिरफ्तार करो। हरियाणा में और मीडिया में टिक टाॅक स्टार सोनाली का मामला खूब चर्चित हो रहा है। पर भाजपा अभी जांच कर रही है। ऐसे ही दिल्ली में मनोज तिवारी को अध्यक्ष बनाने के बावजूद दो बार विधानसभा चुनाव हार गयी थी पार्टी। अब जाकर लम्बे विचार मंथन के बाद मनोज तिवारी को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया। नागपुर से आर एस एस ने कड़ी आपत्ति भी जताई गयी थी सपना चौधरी को भाजपा में शामिल करने के बाद कि इस तरह के नाचने वाले लोगों से भाजपा की छवि कैसी बनेगी, कभी यह भी सोचा है? अब हम नारी शक्ति को कम न आंक कर यह सवाल तो पूछ ही सकते हैं कि सोनाली ने सुल्तान को थप्पडों व चप्पलों से पीट कर पार्टी की कैसी छवि बनाई है? क्या मुख्यमंत्री ऐसे संस्कारों को पसंद करते हैं? क्या हरियाणा की मार्केट कमेटी का एक ही सचिव भ्रष्ट था क्योंकि उसने विधानसभा चुनाव में मदद नहीं की? क्या सुल्तान को पीटने का आदर्श सारे हरियाणा में स्वीकार कर लिया जायेगा? ऐसा प्रयोग ठीक है? आपका मन या आत्मा इसे स्वीकृति दे रहा है? नारी को अभद्र शब्द कहे, ऑडियो नये हैं या पुराने तो सबके सामने लाइए न। हम भी सुल्तान के प्रति या किसी भ्रष्ट अफसर के प्रति सहानुभूति क्यों करेंगे पर कानून हाथ में फिर भी नहीं लेंगे बल्कि कानून के हवाले करेंगे। अब भी तो कानून पर ही विश्वास जता रही हो। पहले ही कानून हाथ में न लिया होता। काश। यह उदाहरण भाजपा की छवि को दिन प्रतिदिन धूमिल करता रहेगा।
इधर हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज बाथरूम में फिसल गये और फ्रैक्चर आने से मैक्स अस्पताल में दाखिल हैं। मुख्यमंत्री दौरे के तुरंत बाद उन्हें मोहाली के अस्पताल में देखने गये। इनके लिए भी स्वस्थ होने की दुआ करते हैं नहीं तो रोज़ चटपटे ट्वीट कौन करेगा?
बाकी अपने अमित शाह बिहार व बंगाल में रैलियां कर चुनाव के लिए सक्रिय हैं। इतने एलइडी के लिए पैसा कहां से आ रहा है? यह सवाल भी उठ रहा है? पर मैं चाहे ये करूं? मैं चाहे वो करूं जैसी बात है। मेरी मर्जी।