न्यूज एंकर से फिल्म तक का सफर:  पायल सिंह

न्यूज एंकर से फिल्म तक का सफर:  पायल सिंह
पायल सिंह।

-कमलेश भारतीय 
सर , आप ही मेरे मेंटर और प्रेरक रहे । आपने ही हमारे गवर्नमेंट काॅलेज की काव्य प्रतियोगिता में मेरे द्वितीय पुरस्कार पाने पर मेरी अदायगी की सराहना करते पूछा था कि क्या सिटी चैनल पर न्यूज एंकर बनोगी ? शशि नायर भी साथ थे और मैंने हां कर दी । बस । इससे मेरा जीवन बदल दिया आपने । आज न केवल न्यूज एंकर हूं बल्कि मुझे चेन्नई में होने के कारण तमिल फ़िल्मों के ऑफर्ज आने लगे हैं ।  इससे पहले अहमदाबाद में गुजराती फिल्म की डबिंग करने का मौका भी मिला । यह कहना है पायल सिंह का जो मूल रूप से तो रोहतक की रहने वाली है लेकिन पिता रामफल सिंह सिंगल बैंक में थे जिस कारण पोस्टिंग अनेक शहरों में हुई और हिसार में सैटल होने का निश्चय किया । सेक्टर तेरह में दूरदर्शन के बिल्कुल पीछे हमारा घर है। 
 

-पढ़ाई कहां कहां और कितनी ?
-पिता की ट्रास्फर्ज के चलते हांसी , सिरसा, फरीदाबाद , सोनीपत और आखिर हिसार में अंग्रेजी एम ए की । गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय से जनसंचार की डिग्री ली और डाॅ वंदना पांडेय के निर्देशन में एम फिल ।
-जाॅब ?
-पहली जाॅब का श्रेय भी सर आपको ही जाता है । सिटी केबल की न्यूज रीडर । फिर चंडीगढ़ और अहमदाबाद व हिसार दूरदर्शन में न्यूज एंकर रही । ओ डी एम में पत्रकारिता पढ़ाई भी ।
-काॅलेज में क्या क्या शौक रहे ?
-काव्य पाठ और थियेटर ।   
-दूरदर्शन के अलावा ?
-आकाशवाणी हिसार में युव उमंग कार्यक्रम की प्रस्तोता। 
-फुरसत में क्या करना पसंद करती हो ?
-कविता लेखन और आजकल नेचुरल फोटोग्राफी का जुनून चढ़ा है ।
-परिवार के बारे में ?
-पति सतीश कुमार जो बैंक अधिकारी हैं और उनकी पोस्टिंग के साथ शहर और राज्य बदलते रहते हैं । एक बेटी और एक बेटा ।
-आगे क्या ?
-अभी चेन्नई में होने से तमिल फ़िल्मों के ऑफर्ज आ रहे हैं । इससे पहले जब अहमदाबाद में थी तब एक गुजराती फिल्म की डबिंग की थी ।
-लक्ष्य ?
-थियटर व फ़िल्म और फोटोग्राफी की उचाईया छूना
-ज़िंदगी जिधर ले जाये लेकिन आपको और शशि सर को नहीं भूल पाऊंगी जिन्होंने मेरी ज़िंदगी खूबसूरत बना दी ।
हमारी शुभकामनाएं पायल सिंह को ।