जितना पाॅजिटिव सोचें उतना अच्छा, नेगेटीविटी से दूर रहें: पंकज बेरी
तेनालीरामा के तथाचार्य उर्फ़ पंकज बेरी के साथ कमलेश भारतीय की इंटरव्यू
इस लाॅकडाउन का मुकाबला करना है तो जितना हो सके पाॅजिटिव सोचें और नेगेटीविटी से दूर रखें अपने आपको। यह कहना है हरियाणा के पिंजौर से एक्टर और पिछले कई वर्षों से मुम्बई में पांव जमा चुके पंकज बेरी का। वे पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ के इंडियन थियेटर डिपार्टमेंट के पहले गोल्डएडलिस्ट भी हैं। उनका कहना यह भी है कि प्रकृति ने मनुष्य को सबक सीखा दिया। अब अपनी जीवन शैली बदलनी होगी। शायद लोग प्रकृति के सबक से कुछ सीखें। अभी पहली फरवरी को पंकज बेरी हिसार के नाट्योत्सव का उद्घाटन करने आए थे और डीसी प्रियंका सोनी कै साथ मुझे सम्मान भी प्रदान किया था। बेस्ट कल्चरल प्रमोटर का। पंकज बेरी से पूछा कि कोरोना का समय कैसे बिता रहे हो?
-देखिए। मैं घर के काम काज में पत्नी भावना का पूरा हाथ बंटा रहा हूं। बेटा अर्जुन सोलह साल का है और ऑनलाइन क्लास चलती है। बाकी मेमोरी गेम्स।
-भाभी भावना क्या कोई क्रिएटिव काम करती रही हैं?
-जी। वे एक चैनल में रहीं हैं। लिखती भी हैं और पेंटिंग भी बनाती हैं लेकिन इन दिनों तो गृहिणी हैं।
-जब कोरोना के चलते लाॅकडाउन हुआ तब कौन सी शूटिंग चल रही थी?
-वही तेनालीरामा जिस में तथाचार्य के रोल में हूं और यह खुशकिस्मती से काफी लोकप्रिय हो रहा है। अब शूटिंग बंद है और महाराष्ट्र में वैसे भी स्थिति ज्यादा नाजुक है। लाॅकडाउन खत्म होगा तो तेनालीरामा की कहानी आगे बढ़ेगी।
-कौन सी फिल्म देखी?
-मिशन इम्पॉसिबल।
-हिसार आकर कैसा लगा?
-बहुत प्यारा अहसास। बहुत मीठी याद। बहुत अच्छा लगा और इंतजार में हूं कि जल्दी ही हिसार आकर सबसे मिल सकूं।