गायन के बाद थियेटर से प्यार: डाॅ निधि चौधरी
-कमलेश भारतीय
हिसार के ग्रीन पार्क की निवासी डाॅ निधि चौधरी का गायन के बाद थियेटर से प्यार हो गया । वैसे उनका कहना है कि पैशन था पहले से ही थियेटर का लेकिन अवसर नहीं मिला । जब मिला तो पति गौरव अरोड़ा से स्पोर्ट पाकर थियेटर में उतर गयी । निधि के आठ साल के जुड़वां बच्चे हैं य-जिया और जीत । मंच पर ऐसी उतरी कि पहले ही नाटक विदूषक से नायिका अंजलि की भूमिका से धूम मचा दी । इसमें इनके गायन का भी बहुत योगदान रहा । मूलतः फतेहाबाद की निवासी निधि चौधरी शादी के बाद से ग्रीन पार्क हिसार में रहती हैं । हिसार के जिंदल स्कूल से प्रारम्भिक शिक्षा तो ग्रेजुएट की चंडीगढ़ के एम सी एम जी ए वी कालेज से । डीएन कालेज से की अंग्रेजी में एम ए । एम फिल की तमिलनाडु से तो पीएचडी की चूरू राजस्थान से ।
-कला व संस्कृति से लगाव कब ?
-बचपन से ही । यह मेरे कण कण मे है सर । चौथा कक्षा में थी जब मंच पर गाना शुरू किया । कालेज में आई तो यूथ फेस्टिवल में गीत गजल में पुरस्कार जीते ।
-फिर अचानक थियेटर ?
-नहीं । अचानक नहीं सर । पैशन था लेकिन अवसर नहीं मिला था ।
-पहले ही नाटक का अनुभव ?
-बहुत सुखद । बहुत बड़ी उपलब्धि मेरे लिए ।
-अंधी लडकी का रोल ?
-बहुत चैलेंजिंग रहा ।
-प्रिय ऐक्ट्रेस?
-जो थियेटर से फिल्मों में आईं -कल्कि कोचलिन , किरण खेर, शबाना आज़मी सब ।
-लक्ष्य ?
-कहना बहुत मुश्किल । बस । थियेटर जरूर करना है । हर चीज का एक समय होता है । मुझे भी अवसर मिल गया ।
हमारी शुभकामनाएं डाॅ निधि चौधरी को ।