सीख
जिंदगी मेरे कान में
धीमे से बुदबुदाई
बडे राज की बात -
बरखुरदार , सिखाती नही किताब
सिखाते हैं हालात ।
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खिला गुलाब
बोला मुझसे - बबुआ क्यों हो उदास ?
जिंदगी का हर पल है नया
हर दिन है खास ।
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चट्टान से टकराकर
लौट जाती हैं
लहरें
हम चट्टान हैं या लहर ?
आओ फैसला करें ।
मेरे काले दिनों के
संघर्ष के साथी
मुझे जगाए रखना ।
मैं सच का साथ देना बंद करने लगूं
या अन्याय के खिलाफ आवाज
न उठा सकूं
तुम मुझे जगाए रखना
ताकि
मैं संघर्ष करता रहूं
और काली शक्तियों के खिलाफ
लडता रहूं ।
- कमलेश भारतीय