जीएनडीयू, अमृतसर के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत कवि सम्मेलन का आयोजन

जीएनडीयू, अमृतसर के हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत कवि सम्मेलन का आयोजन

अमृतसर, 19 सितंबर, 2024: गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के हिंदी विभाग द्वारा पंजाब लोक कला केंद्र, गुरदासपुर के सहयोग से हिंदी पखवाड़ा के अंतर्गत 'कवि सम्मेलन' का आयोजन किया गया। आमंत्रित रचनाकारों में जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय,जम्मू के हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. विनय कुमार शुक्ल, कोलकाता से  गज़लकार रामनाथ बेखबर और गीतकार रणविजय श्रीवास्तव ने अपनी गजलें,गीत और कविताएं प्रस्तुत कर शमां बांध दिया। सभी ने अपने-अपने खास अंदाज में ग़ज़लें, गीत और कविताएं प्रस्तुत की तथा श्रोताओं एवं दर्शकों का मन मोह लिया। ये ग़ज़लें व गीत देशभक्ति, प्रेम, प्रकृति, सौंदर्य, संस्कृति,समाज, आध्यात्मिकता आदि विषयों पर आधारित थे।

इस खूबसूरत कार्यक्रम का संचालन जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय के सहायक आचार्य डॉ. विनय कुमार शुक्ल ने किया। उन्होंने अपनी बेमिसाल प्रस्तुति से श्रोताओं को बांधे रखा। डॉ. विनय कुमार शुक्ल ने कहा कि ग़ज़ल हर विषय को अभिव्यक्त करती है और आज ग़ज़ल हिन्दी साहित्य की एक लोकप्रिय विधा है।

इस कार्यक्रम के आयोजक एवं हिन्दी-विभाग के अध्यक्ष  प्रो. सुनील कुमार ने आमंत्रित कवियों-गजलकारों-गीतकारों का परिचय देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के यशस्वी उप-कुलपति प्रोफ़ेसर (डॉ.) जसपाल सिंह संधू की प्रेरणा और कुशल नेतृत्व में इस प्रकार के कार्यक्रमों का निरंतर आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर ने देश भर में नैक की सर्वोच्च वरीयता प्राप्त कर इतिहास रचा है और लगातार 25 बार माका ट्राफी हासिल करने का कीर्तिमान भी बनाया है। आज जीएनडीयू की राष्ट्रीय स्तर पर अनूठी पहचान है।

प्रो. सुनील कुमार ने कहा कि दुनिया का कोई विषय या सवाल ऐसा नहीं है, जो गज़ल,गीत और कविता के माध्यम से उठाया न जा सके।उन्होंने हिंदी पखवाड़ा और हिंदी दिवस का महत्व बताते हुए समाज और राष्ट्र के निर्माण में हिंदी भाषा व साहित्य की भूमिका पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में यूनिवर्सिटी के अध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों सहित प्रतिभागी उपस्थित थे।

इस दौरान हिंदी विभाग से डॉ. सपना शर्मा, डॉ. लवलीन कौर, पिंकी शर्मा, दीपक,राकेश संस्कृत विभाग से डॉ. विशाल भारद्वाज, विकास जोशी, पंजाबी विभाग से डॉ. एच.के.सोहल, डॉ. बलजीत कौर रियाड़,डॉ. राजविंदर कौर, डॉ. पवन, हरप्रीत सिंह, संगीत विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा, विदेशी भाषाएं विभाग से मैडम सुनयना, शमशेर सिंह उर्दू एवं फ़ारसी विभाग से मनप्रीत सिंह, शहर से कर्नल डॉ. हरजीत सिंह ग्रोवर और मैडम ग्रोवर, हिंदू कन्या महाविद्यालय, धारीवाल से डॉ. पवन कुमार आदि प्रमुख रूप से शामिल थे। रमन शर्मा, शभेता जरयाल,डॉ.सपना शर्मा, विकास जोशी और उपेन्द्र यादव ने कविताएं पढ़ी। इसी कार्यक्रम में भारतीय रेलवे में कार्यरत उपेन्द्र यादव के दूसरे काव्य-संग्रह 'एक मुश्किल समय में' का विमोचन किया गया।

प्रो. सुनील कुमार ने हिंदी साहित्य के उद्भट विद्वान एवं ख्यातिलब्ध आलोचक प्रोफ़ेसर रामसजन पाण्डेय की पावन स्मृति में 'प्रोफ़ेसर रामसजन पांडेय स्मृति सम्मान-2024' बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी के हिंदी-विभाग के पूर्व प्रोफ़ेसर एवं अध्यक्ष डॉ. सुधाकर सिंह को दिए जाने की विधिवत घोषणा भी की। गौरतलब है कि हिंदी साहित्य की समृद्धि में प्रोफ़ेसर सुधाकर सिंह का बड़ा एवं महत्वपूर्ण योगदान है।

कार्यक्रम के अंत में प्रो. सुनील कुमार ने आमंत्रित मेहमानों, विश्वविद्यालय-प्रशासन, पंजाब कला केंद्र , गुरदासपुर एवं सभी उपस्थित प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।