हिंदी-विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की साहित्य परिषद द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन
हिंदी-विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की साहित्य परिषद द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य हिंदी कविता का प्रचार-प्रसार करना तथा नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना था। पंजाब विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया। प्रो० अशोक कुमार ने अतिथियों में शामिल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० नवीन गुप्ता तथा सभी प्रतिभागियों और श्रोताओं का स्वागत किया।
चंडीगढ़, 3 फरवरी, 2025: हिंदी-विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़ की साहित्य परिषद द्वारा कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य हिंदी कविता का प्रचार-प्रसार करना तथा नई प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करना था। पंजाब विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों से शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया। प्रो० अशोक कुमार ने अतिथियों में शामिल माइक्रोबायोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो० नवीन गुप्ता तथा सभी प्रतिभागियों और श्रोताओं का स्वागत किया।
कार्यक्रम में वरिष्ठ शोधार्थी ममता कालड़ा तथा राहुल अध्यक्ष के रूप में उपस्थित रहे। अपनी स्वरचित कविताओं को प्रतिभागियों ने 5-7 मिनट में प्रस्तुत किया। कुल दस प्रतिभागियों ने हिंदी भाषा में रचित अपनी कविताओं का उत्साहपूर्वक वाचन किया। इनमें सी.डी.ओ.ई. से स्नातक के विद्यार्थी पवन और पूनम, उर्दू-विभाग से खलीक, सांख्यिकी-विभाग से अरविंद कौशिक, हिंदी-विभाग से शोधार्थी ममता कालड़ा, विद्यार्थी कनिका शर्मा (एमए द्वितीय वर्ष), नारायण सिंह (एमए द्वितीय वर्ष), पवन शर्मा (एमए द्वितीय वर्ष) तथा ममता कुमारी (एमए प्रथम वर्ष) शामिल रहे।
महाभारत, प्रकृति, प्रेम, ईश्वर जैसे कई विषयों; ओज, सौंदर्य जैसे कई रसों तथा शायरियों, छंदों, गज़लों, मुक्तकों जैसे कविताओं के कई रूपों की प्रस्तुति की गई, जिसने श्रोताओं का मन मोह लिया।
कविता वाचन के पश्चात् अध्यक्षीय टिप्पणी करते हुए शोधार्थी ममता कालड़ा ने कहा कि कविता भावों एवं उद्गारों की अभिव्यक्ति है, जो प्रत्येक व्यक्ति में कम या अधिक रूप में मौजूद होती ही है। शोधार्थी राहुल ने बताया कि किस प्रकार एक कविता दूसरी कविता से भिन्न होकर ही श्रोताओं को प्रभावित कर जाती है।
अंत में विभागाध्यक्ष प्रो० अशोक कुमार ने अतिथि महोदय, प्रतिभागियों तथा श्रोताओं का धन्यवाद करते हुए सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका प्रोत्साहन किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम हिंदी-विभाग द्वारा युवा प्रतिभाओं को मंच देने का प्रयास है, जो आगे भी जारी रहेगा।
कार्यक्रम के मंच संचालक की भूमिका एमए द्वितीय वर्ष के विद्यार्थी पवन शर्मा ने निभाई।