महापुरूषों में जातिगत भेदभाव रखना वैचारिक न्यूनता का परिचायकः कैप्टन अभिमन्यु
हिसार, गिरीश सैनी। हरियाणा के पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि दीनबंधु चौ. छोटूराम ने ही किसान को सिर पर पगड़ी और जमीदार कहलाने का हक दिया है। चौ. छोटूराम ने किसानों के साथ-साथ दलित-मजदूर तथा अन्य वर्गों के अधिकारों के लिए कानून बनाए तथा संघर्ष किया। कैप्टन अभिमन्यु शुक्रवार को गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बसंत पंचमी तथा चौ. छोटूराम जयंती के उपलक्ष्य पर ’विकसित भारत के लिए सर छोटूराम जी की विचारधारा का महत्व’ विषय पर आयोजित समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
समारोह की अध्यक्षता कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने की। विशिष्ट अतिथि पद्मश्री अवार्डी प्रो. रामचंद्र सिहाग तथा कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर रहे। गुजवि-जीवन के कार्यकारी प्रधान प्रो. ओपी सांगवान संयोजक तथा विशेष आमंत्रित वक्ता राजकीय महाविद्यालय नलवा से आचार्य दीपक थे। जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग आमंत्रित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कैप्टन अभिमन्यु ने बसंत पंचमी के महत्व तथा चौ. छोटूराम के जीवन से संबंधित संस्मरणों तथा घटनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा कहा कि उनके जन्मोत्सव पर हमें शिक्षा, विद्या और ज्ञान अर्जित करने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि चौ. छोटूराम का मानना था कि किसानों के पास कृषि के साथ-साथ वैकल्पिक रोजगार भी होना चाहिए तभी उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत किया जा सकता है। उन्होंने चौ. छोटू राम द्वारा किसानों तथा अन्य वर्गों के हितों के लिए बनाए गए कानूनों का जिक्र भी किया। उन्होंने बताया कि चौ. छोटूराम सामाजिक परिस्थितियों को अत्यंत बेहतर ढ़ंग से समझते थे। उन्होंने कहा कि अगर हम महापुरूषों को भी जातिगत भेदभाव रखते हैं तो यह हमारी वैचारिक न्यूनता का परिचायक है। हमें महापुरुषों को जातियों में नहीं बांटना चाहिए।
कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा कि बसंत पंचमी सुखद ऋतु परिवर्तन का त्यौहार है। हमें चौ. छोटू राम के जीवन व सिद्धांतों से प्रेरणा लेते हुए विकसित भारत के प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी के स्वप्न को साकार करना है। उन्होंने चौ. छोटूराम के जन्म तथा उनके जीवन से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकारियां भी दी।
प्रो. रामचंद्र सिहाग ने कहा कि किसान समृद्ध होगा तभी देश समृद्ध होगा। बजट का कम से कम 10 प्रतिशत हिस्सा सीधा किसान के फायदे के लिए खर्च किया जाना चाहिए। किसान की उपज और उपभोक्ता के बीच से बिचौलियों को हटाया जाना चाहिए। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने कहा कि चौ. छोटू राम ने धर्म, जाति या वर्ग के भेदभाव के बिना हर व्यक्ति के भलाई के लिए कार्य किया।
प्रो. ओपी सांगवान ने स्वागत संबोधन में कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी। गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के पूर्व प्रधान चरणदास अठवाल ने भी अपने विचार रखे। धन्यवाद संबोधन देवेंद्र राणा ने किया। मंच संचालन सुरेंद्र पुनिया ने किया।
(16/02/2024)