संवैधानिक भावना को ध्यान में रखते हुए पूरे राष्ट्र में समावेशी विकास का कार्य कर रही भाजपा सरकारः केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल
एमडीयू में संविधान गौरव तथा राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह आयोजित।

रोहतक, गिरीश सैनी। समाज और राष्ट्र को स्वामी विवेकानंद तथा बाबा साहेब डा. बी.आर. अंबेडकर ने नई दिशा दी। समाज कल्याण तथा राष्ट्र उत्थान में इन दोनों महान विभूतियों को विशेष, अतुलनीय योगदान है। केन्द्रीय ऊर्जा, आवासन तथा शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल ने ये उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) में आयोजित संविधान गौरव समारोह तथा राष्ट्रीय युवा दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए।
केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने राष्ट्र के युवाओं को विशिष्ट दिशा दी। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद के प्रेरक विचारों से विद्यार्थियों तथा युवा वर्ग को प्रेरणा लेनी चाहिए। संविधान के रचयिता बाबा साहेब डा. बी.आर. अंबेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए मनोहर लाल ने कहा कि बाबा साहेब ने भारतीय संविधान के जरिए देश को समानता, समरसता, पंथ निरपेक्षता, जन कल्याण का संदेश दिया।
केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार संवैधानिक भावना को ध्यान में रखते हुए पूरे राष्ट्र में समावेशी विकास का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने संवैधानिक संशोधन भी जन कल्याण तथा लोक हित में किए हैं। राष्ट्र में वंचित समाज को मुख्यधारा में लाने का कार्य नरेंद्र मोदी की सरकार ने सुनिश्चित किया है। भारतीय संविधान को डायनैमिक संविधान की संज्ञा मनोहर लाल ने दी। विद्यार्थियों तथा युवा वर्ग से संविधान जागरूकता पाठ पढ़ने का आह्वान उन्होंने किया। केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल ने प्रारंभ में स्वामी विवेकानंद और बाबा साहेब की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने राष्ट्रीय युवा दिवस एवं विवेकानंद जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए इस दिवस पर सामुदायिक तथा सामाजिक सरोकारों तथा राष्ट्र निर्माण कार्य से जुड़ने का आह्वान किया। कुलपति ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पूरे विश्व में भारतीय सभ्यता-संस्कृति तथा आध्यात्मिक मूल्यों की प्रतिष्ठापना की। उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान के जरिए बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर ने समावेशी शासन व्यवस्था तथा सुशासन की नींव रखी। कुलपति ने बताया कि एमडीयू में संविधान की 75वीं जयंती वर्ष के अवसर पर 2025 में पूरे वर्ष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी डॉ. दलीप सिंह ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने संबोधन में कहा कि बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर के दर्शन तथा विद्वता का प्रतीक भारतीय संविधान शोषित, पीड़ित, वंचित समाज के हितों की रक्षा सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की प्रगति में भारतीय संविधान की विशेष भूमिका है। उन्होंने विशेष रूप से संवैधानिक संशोधन का उल्लेख करते हुए बताया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी तथा वर्तमान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यकाल में किए गए संवैधानिक संशोधनों से जन कल्याण तथा आरक्षित वर्गों के हितों की रक्षा हुई है।
हरियाणा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे। प्रारंभ में केन्द्रीय मंत्री के मीडिया सलाहकार सुदेश कटारिया ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि प्रस्तुत की तथा प्रारंभिक मंच संचालन किया। कार्यक्रम में एक वृत्त चित्र (डॉक्यूमेंट्री) भी दिखाया गया। मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया। एमडीयू कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने आभार प्रदर्शन किया। मंच संचालन प्रो. दिव्या मल्हान ने किया। एमडीयू के डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान, रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीएसडब्ल्यू प्रो. रणदीप राणा, फैकल्टी डीन, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, शोधार्थी, आमंत्रित अतिथि गण, अन्य गणमान्य जन कार्यक्रम में मौजूद रहे।