समाचार विश्लेषण/पश्चिमी बंगाल, कंगना और आईपीएल का खेला
-कमलेश भारतीय
आज समाचारपत्र उठाते ही तीन खेले नज़र आए -पश्चिमी बंगाल , कंगना और आईपीएल का खेला । पश्चिमी बंगाल में आज ममता बनर्जी तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगीं लेकिन भाजपा इसे बाहर विरोध दिवस के रूप में मनायेगी और सारे देश में विरोध करने का आह वान किया गया है । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्ढा महोदय कल से पश्चिमी बंगाल में पहुंच चुके हैं और गोदी मीडिया भी ममता बनर्जी की छवि खराब करने में जुट गया है और हिंसा के तांडव का प्रसारण हर चैनल पर देखने को मिल रहा है । तृणमूल कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने प्रसारण के दौरान इन हिंसक घटनाओं के वीडियो को फेक करार दिया तो संबित पात्रा बहुत तिलमिलाये और एक दूसरे को बुरा भला कहा । जो भी हो ये वीडियो इतना तो बता रहे हैं कि अभी पश्चिमी बंगाल में चुनाव परिणाम के बाद भी हिंसा जारी है और खेला चल रहा है । चाहे तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्त्ता हो या फिर भाजपा का , ये सभी भारतीय तो हैं ही । सबसे पहले भारतीय । फिर कुछ और । इस हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुत चिंतित हैं और राज्यपाल से भी बात की है । पर समय नहीं मिला ममता बनर्जी को बधाई का फोन करने का । यह खुद ममता बनर्जी का कहना है। कुछ मर्यादाएं तो निभाइए सरकार । ये आपके ही देश के एक राज्य की मुख्यमंत्री चुनी गयी है , जिसे आप दीदी , ओ दीदी कहते थकते न थे । अब इतनी जल्दी भूल भी गये अपनी प्यारी दीदी को ?
ममता बनर्जी ने शपथ से पहले महत्त्वपूर्ण बैठक बुलाई है । इसमें मुख्यतः दो मुद्दे रहेंगे चर्चा में -कोरोना और हिंसा । दोनों ही पश्चिमी बंगाल की जनता को परेशान किये हुए हैं । जब चुनाव परिणाम आ गये और ममता बनर्जी ने भी अपनी हार स्वीकार कर कोर्ट में जाने का फैसला ले लिया फिर हिंसा क्यों और भाजपा कार्यालयों पर हमले या इनमें तोड़ फोड़ क्यों? लोकतंत्र में यह नहीं चलता और शोभा नहीं देता । हारने वाले को हार स्वीकार करनी चाहिए और जीतने वाले को नम्रता से विरोधी के साथ पेश आना चाहिए । यही लोकतंत्र है । पर लगता है न हारने वालों ने हार मानी और न जीतने वालों ने दिल बड़ा किया ।
इधर हमारी एक्ट्रेस कंगना रानौत का जोश फिर ट्वीटर पर छलका और ऐसा छलका कि कोई बता भी नहीं सकता कि क्या क्या रूप दिये ममता बनर्जी को । हां , ट्वीटर अकाउंट जरूर सस्पेंड हो गया । कंगना जी , सीधे सीधे भाजपा ज्वाइन क्यों नहीं कर लेतीं ? अब कोई दूरी तो रह नहीं गयी । ममता बनर्जी भी एक नारी है और उसने आपकी तरह या आपने उसकी तरह अपने अपने क्षेत्र में संघर्ष कर जगह बनाई है । फिर सराहना के दो बोल बोलने की बजाय एक नारी ही दूसरी नारी को इतने बड़े सम्मान देने लगी कि ट्वीटर अकाउंट ही सस्पेंड करना पड़ा । असल में राजनीति में आना है तो आ जाओ । इस तरह की टिप्पणियां शोभा नहीं देतीं । अब राजनीति में तमिलनाडु में तो जनता ने कमल हासन को भी ज़मीन दिखा दी । आप आइए और देखिए राजनीति में कैसा करिश्मा कर पाती हैं । कभी किसान आंदोलन पर बेवजह टिप्पणी तो कभी फ़िल्मों के परिवारवाद पर तो कभी राकेश रोशन पर ,,,विवादों से ही नाता क्यों ? अपनी फिल्मों के बल पर आगे आई थीं और प्रतिभा भी है, फिर भटकाव क्यों ?
इधर पहले एक मैच स्थगित हुआ आईपीएल का , फिर सारा आईपीएल ही स्थगित हो गया । लगभग दो हज़ार करोड़ रुपये का घाटा लगेगा इसके स्थगित किये जाने पर । पर विदेशी खिलाड़ी पहले ही कहना लगे थे कि कैसी हैं ये भारतीय कंपनियां जो इस महामारी कोरोना के बीच आईपीएल करवा रही हैं। हालांकि इसे सस्पेंड करते भी कहा गया कि हम तो ऐसे वक्त में दो तीन घंटे मनोरंजन और चेहरों पर मुस्कान लाने की कोशिश कर रहे थे । यह तो बताइए कोरोना के लिए क्या किया ? क्या दिया कुछ ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए ? क्या किया कुछ कोई अस्पताल बनवाने के लिए ? आपको अपनी कमाई से मतलब । विदेशी खिलाड़ियों ने जरूर पचास पचास हज़ार डालर दिये । जब देश पानी की कमी से जूझ रहा था दो तीन साल पहले तब भी आईपीएल के मुकाबलों में मैदानों पर पानी की बर्बादी की जा रही थी । आखिर इस देश की जिम्मेवारी कब समझेंगे आईपीएल के आयोजक ? इस तरह आंख मूंद कर आयोजन करते रहना क्या उचित हैं ? दर्शक भी तो इसी देश के हैं और सारा पैसा यहीं से वसूल होता है ।सोचिए ,,,ज़रा बड़ा सोचिये।