ज्ञान, कौशल, सृजनशीलता तथा नवाचार-उद्यमिता का रास्ता सफलता की और ले जाएगा: कुलपति प्रो. राजबीर सिंह
एमडीयू में चार दिवसीय इंडक्शन प्रोग्राम का उद्घाटन।
रोहतक, गिरीश सैनी। ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था (नॉलेज इकोनॉमी) के इस दौर में ज्ञान ही सशक्तिकरण की कुंजी है। ज्ञान, कौशल, सृजनशीलता तथा नवाचार-उद्यमिता का रास्ता सफलता की और ले जाएगा। जीवन में लक्ष्य तय कर, कड़ी मेहनत, जोश और जुनून से लक्ष्य प्राप्ति करने का आह्वान महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विश्वविद्यालय में इंडक्शन प्रोग्राम में दिया।
एमडीयू के शैक्षणिक विभागों में चार वर्षीय तथा पांच वर्षीय समेकित पाठ्यक्रमों के सत्र 2023-24 में नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों के लिए आयोजित इस इंडक्शन प्रोग्राम में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों को कर्म करने की प्रेरणा दी। उन्होंने जीवन में सफलता का मार्ग प्रशस्त करने के लिए पैशन विद कंपैशन का मंत्र दिया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों से संचार कौशल, सॉफ्ट स्किल्स तथा लाइफ स्किल्स विकसित करने पर विशेष ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य रखने और सकारात्मकता मनोवृति रखने की जरूरत है।
कुलपति ने भारत के महान समाज सुधारक महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम पर स्थापित प्रतिष्ठित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने पर नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने अपने प्रभावी संबोधन में विश्वविद्यालय के विभिन्न पहलुओं का विहंगम परिदृश्य प्रस्तुत किया।
एमडीयू रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने 1976 से 2023 तक की विश्वविद्यालय की प्रगति यात्रा को प्रस्तुत किया। प्रो. तनेजा ने कहा कि एमडीयू पूरे प्रदेश-देश में अपनी विविध उपलब्धियों से विशेष स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि स्वामी दयानंद की विचारधारा से प्रेरित होकर सार्थक पूर्ण शिक्षा हासिल करने का ध्येय विद्यार्थियों का होना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों से सदाचारी, द्वेष मुक्त होने तथा लोक कल्याणकारी प्रवृति विकसित करने का आह्वान किया। उन्होंने एमडीयू विकास यात्रा की विजुअल प्रेजेंटेशन दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने सरस्वती वंदना-जयति जयति मां सरस्वती की मधुर प्रस्तुति दी। विद्यार्थियों ने नव प्रवेश प्राप्त विद्यार्थियों के स्वागत में गीत- आओ साथियों ऋषिकुल में प्रस्तुत किया। इंडक्शन प्रोग्राम में कार्यक्रम समन्वयन तथा बेहतरीन मंच संचालन निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी ने किया। सहायक प्रोफेसर डा. रवि प्रभात ने कुलपति का परिचय प्रस्तुत किया। आभार प्रदर्शन डीन, स्टूडेंट्स वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने किया।
इंडक्शन प्रोग्राम के उदघाटन सत्र में एमडीयू की प्रथम महिला डा. शरणजीत कौर की गरिमामयी उपस्थिति रही। विवि के डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो.सुरेंद्र कुमार, डीन सीडीसी प्रो. ए. एस. मान, प्रॉक्टर प्रो. एससी मलिक, निदेशक आईक्यूएसी प्रो. बी. नरसिम्हन, संकायों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक मौजूद रहे। एनसीसी कैडेट्स, एनएसएस और वाईआरसी वोलेंटियर्स ने कार्यक्रम व्यवस्था में योगदान दिया। पत्रकारिता एवम जनसंचार विभाग के वोलेंटियर्स ने ड्यूटी दी। स्टेज व्यवस्था समन्वयन में सहायक निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी ने योगदान दिया।
एमडीयू के राष्ट्रीय युवा महोत्सव में प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाली राजकीय महिला महाविद्यालय, रोहतक की टीम ने शानदार नृत्य प्रस्तुति दी। डॉ. सौरभ वर्मा और साथियों ने मधुर गीतों की प्रस्तुति से कार्यक्रम को सजाया। एमडीयू इंडक्शन प्रोग्राम का उदघाटन सत्र विद्यार्थियों में विवि के प्रति गौरव को भावना और प्रेरक मनोवृति से सरोबार कर गया।