कानून के विद्यार्थियों को सही लिखने, ड्राफ्टिंग की कला, कोर्ट क्राफ्ट स्किल विकसित करनी होगीः डॉ. आदिश सी अग्रवाल
ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के चेयरमैन ने किया छात्रों से संवाद।
रोहतक, गिरीश सैनी। विद्यार्थी जीवन-काल स्वर्णिम काल है, जिसमें भविष्य की बुनियाद रखी जाती है। लक्ष्य निर्धारित कर, कड़ी मेहनत के साथ, व्यवहार कुशलता के साथ, उचित प्रशिक्षण के साथ जीवन लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए उत्कृष्ट कार्य संस्कृति भी विकसित करनी होगी। ये प्रेरणादायी विचार सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष, इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ ज्यूरिस्ट्स के अध्यक्ष तथा ऑल इंडिया बार एसोसिएशन के चेयरमैन डॉ. आदिश सी अग्रवाल ने वीरवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के विधि विभाग के तत्वावधान में आयोजित विशेष व्याख्यान तथा इंटरेक्शन कार्यक्रम में व्यक्त किए।
अधिवक्ता डॉ. आदिश सी अग्रवाल ने कहा कि विद्यार्थियों को सही लिखने, ड्राफ्टिंग की कला, कोर्ट क्राफ्ट स्किल विकसित करनी होगी। मूट कोर्ट में नियमित प्रतिभागिता से कोर्ट क्राफ्ट कौशल विकसित हो सकता है, ऐसा उनका कहना था। उन्होंने एमडीयू के विधि विभाग एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के सहयोग से भविष्य में इंटरनेशनल कांफ्रेंस ऑफ ज्यूरिस्ट्स का अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन एमडीयू में आयोजित करने की मंशा जाहिर की।
डॉ. आदिश सी अग्रवाल ने कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों की शंकाओं का भी जवाब दिया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने डॉ. आदिश सी अग्रवाल का विश्वविद्यालय विजिट के लिए आभार जताया। कुलपति ने कहा कि एमडीयू भारत का पहला विश्वविद्यालय था, जिसने कि पंचवर्षीय समेकित विधि पाठ्यक्रम प्रारंभ किया था। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिवक्ताओं, विधि विशेषज्ञों के सहयोग से एमडीयू के विधि विभाग को सुदृढ़ किया जाएगा, ताकि विद्यार्थियों को प्रभावी शिक्षण प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि विधि विभाग के विद्यार्थियों को प्रैक्टिकल ट्रेनिंग तथा कोर्ट स्किल्स विकसित करने के लिए नियमित प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। कुलपति ने विद्यार्थियों को संचार कौशल तथा सॉफ्ट स्किल्स विकसित करने का परामर्श दिया। कुलपति ने अंतरराष्ट्रीय विधि संगोष्ठी आयोजन के डॉ. आदिश सी अग्रवाल के प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए बेहतरीन आयोजन की संकल्पबद्धता जाहिर की।
कार्यक्रम में स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष डॉ. जितेन्द्र ढुल ने दिया। उन्होंने अतिथि वक्ता का परिचय दिया। आभार प्रदर्शन राहुल यादव ने किया। मंच संचालन प्राध्यापिका डॉ. अंजलि वर्मा ने किया। डीन, फैकल्टी ऑफ लॉ प्रो. कविता ढुल, यूनिवर्सिटी लाइब्रेरियन डॉ. सतीश मलिक, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी विधि विभाग के प्राध्यापक, रोहतक के प्रतिष्ठित अधिवक्ता बिजेन्द्र राठी, महासिंह हुड्डा, नितिन बंसल, वैश्य महाविद्यालय के प्राचार्य डा. संजय गुप्ता, शहर के अधिवक्तागण, विधि विभाग के शोधार्थी-विद्यार्थी, विवि कर्मी, आदि कार्यक्रम में मौजूद रहे।