नेता प्रतिपक्ष अभी नहीं इंतज़ार का मज़ा लीजिए
-*कमलेश भारतीय
कांग्रेस ने हरियाणा में गजब कर रखा है जबकि भाजपा ने बहुमत पाकर, मुख्यमंत्री भी चुन लिया, मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधिवत पद सम्भाल कर काम शुरू कर दिया लेकिन कांग्रेस है कि अंगद के पांव की तरह डटी खड़ी है, नेता प्रतिपक्ष चुनने का समय भी नहीं। केंद्र में बिना सत्ता के इतनी व्यस्त है हाईकमान कि मुम्बई, झारखंड जैसे राज्यों के चुनाव के बाद ही हरियाणा में नेता प्रतिपक्ष बनायेगी।इसका तंज़ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विधानसभा सत्र में यह कहकर कसा कि हुड्डा जी, नेता प्रतिपक्ष और फिर कह दिया, अभी नहीं बने पत्र नहीं आया, जल्द ही बन जायेंगे! हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि मैं नेता प्रतिपक्ष बनूं या न बनूं, आपको क्या लेकिन मैं मुद्दे उठाता रहूंगा । शपथ ग्रहण सत्र भी बिना नेता प्रतिपक्ष के ही संपन्न हुआ और अब विधानसभा का पहला विधिवत सत्र भी नेता प्रतिपक्ष के बिना ही चल रहा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे हर चुनाव में संविधान बचाओ का मुद्दा और नारा लगाते हैं तो नेता प्रतिपक्ष बनाना भी तो संविधान सम्मत होगा या नहीं? अरे पहले खुद तो संविधान का पालन कीजिये न, फिर दूसरो को कहिये या दोष दीजिये।हरियाणा विधानसभा में नौकरियां बांटने पर भी बहस हुई और कहा कि ऐसे वीडियो देख सकते हैं, जिस पर नाराज़ होकर हुड्डा ने कहा कि फिर तो बहिष्कार करते हैं और द्वार तक चले गये तब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मनाने गये और सदन में लौटा लाये। अभी सदन को नेता प्रतिपक्ष का इंतजार कब तक करना होगा? क्या कांग्रेस हाईकमान यह बतायेगी या घोषणा करेगी?
थोड़ा इंतज़ार का मज़ा लीजिए !
थोड़ा भाजपा के तंज़ का मज़ा लीजिए!!
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।