युगल किशोर जोशी के उपन्यास अग्निकाल पर व्याख्यान आयोजित
हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में भाषा साहित्य और इतिहास की पृष्ठभूमि पर आधारित अग्निकाल उपन्यास पर एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। बतौर वक्ता जल शक्ति मंत्रालय, भारत सरकार में पेयजल और स्वच्छता विभाग में राष्ट्रीय जल जीवन के मिशन निदेशक तथा अग्निकाल उपन्यास के लेखक युगल किशोर जोशी ने शिरकत की। कार्यक्रम का मार्गदर्शन हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. एन. के. बिश्नोई ने किया। हिंदी विभाग के प्रवक्ता डॉ गीतू, डॉ शर्मीला व कल्पना ने कार्यक्रम संयोजन किया।
उपन्यास के लेखक युगल किशोर जोशी ने इस उपन्यास कथा से रूबरू करवाते हुए बताया कि इस उपन्यास में सल्तनत कालीन सिपहसालार मलिक काफूर की कहानी को ऐतिहासिक परिपेक्ष्य में रचा गया है। भारतीय इतिहास में मलिक काफूर के बारे में अधिक तथ्य और साक्ष्य नहीं मिलते हैं। प्रो एन .के. बिश्नोई ने कहा कि आज के आधुनिक परिदृश्य में युवा पीढ़ी की रुचि दिन ब दिन पुस्तकों के अध्ययन को लेकर कम हो रही है। लेकिन साहित्य का अपना एक महत्व है, जो व्यक्ति के भीतर चिंतन की प्रक्रिया को बढ़ाती है। सत्र के अंत में विद्यार्थियों सचिन, रीना, हिम्मत, नीतू, सौरभ, मोनिका के उपन्यास से संबंधित प्रश्नों के उत्तर लेखक ने दिए। मंच संचालन डॉ गीतू ने किया। इस दौरान डॉ नरेंद्र चौहान, डॉ सुनीता, डॉ विकास जांगड़ा, डॉ ललित शर्मा, डॉ सोमनाथ, डॉ किरण व डॉ गार्गी मौजूद रहे।