साहस, विद्वता एवं वीरता के लिए जाने जाते है भगवान परशुरामः सांसद अरविंद शर्मा
रोहतक (गिरीश सैनी)। भाजपा सांसद डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम को साहस, विद्वता एवं वीरता का प्रतीक माना जाता है। भगवान परशुराम एक समाज के नहीं, बल्कि सर्वसमाज के लिए पूजनीय है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को भगवान परशुराम जयंती मनानी चाहिए। सांसद ने कहा कि हमें समाज के उत्थान के लिए आगे आकर काम करना चाहिए, जिससे समाज का प्रत्येक वर्ग तरक्की करें और समाजिक कार्यों में एकजुट होकर हिस्सा लेना चाहिए।
रविवार को गांव मोखरा में आयोजित भगवान परशुराम जन्मोत्सव समारोह में शिरकत करते हुए सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि भगवान परशुराम त्याग और तपस्या की प्रतिमूति थे और उन्होंने अन्याय के खिलाफ फरसा उठाकर अत्याचारियों का अंत किया और संघर्ष की प्रेरणा दी है। सांसद ने कहा कि भगवान परशुराम से ही हमें अन्याय के खिलाफ लड़ने की तथा अदम्य धैर्य, साहस, पराक्रम, त्याग और विरिक्त भाव की भी सीख मिलती है। सभी को उनके बताए मार्ग पर चलते हुए देश की बेहतरी के लिए प्रयासों में तेजी लाने की जरूरत है। भगवान परशुराम ने मानव हित के लिए अन्याय के खिलाफ संघर्ष किया था, उनके संघर्ष का एकमात्र लक्ष्य मानव हित था। वे तेजस्वी, ओजस्वी व महाबलशाली और भगवान विष्णु के छठे अवतार थे। सांसद ने कहा कि ब्राह्मणों का समाज के हित के लिए त्याग व बलिदान का इतिहास रहा है। समाज के लोगों को अपने पूर्वजों के आदर्शों को आत्मसात कर एकजुट होने की जरूरत है। इस अवसर संस्था के पूर्व प्रधान फते शर्मा, समिति अध्यक्ष राधेश्याम, आजाद शर्मा, सुरेश शर्मा, रामहेर, निवास, भीम शर्मा, मधुसुदन, धर्मबीर शर्मा, नवनीत राठी आदि मौजूद रहे।
सांसद डा अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व देश और प्रदेश की सरकार हर वर्ग का भला करने की दिशा में अग्रसर हैं। सरकार की कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है, सरकार जनता से किए वायदे पूरे कर रही है। सांसद ने कहा कि वे लोगों की मांग के अनुरूप विकास परियोजनाओं को लाने की दिशा में अग्रसर हैं, इतना ही नहीं क्षेत्रवासियों की मांगों को पूरा करने के लिए केंद्रीय मंत्रियों से मिलकर समाधान की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीणों से मिले सुझावों को ध्यान में रखते हुए विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना ही सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सरकार की सोच है कि जनहित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंच पाए। इसी सोच के साथ सरकार विकास परियोजनाओं को बढ़ावा देते हुए विकास के पथ पर अग्रसर है।