सर्वोदय भवन में विचार गोष्ठी
निम्न वर्ग की महिलायें सबसे ज्यादा यौन शोषण की शिकार: बबली लाम्बा
-कमलेश भारतीय
हिसार, जुलाई : महिलायें समाज में चाहे उच्च वर्ग, चाहे मध्यम वर्ग या फिर निम्नवर्ग से संबंधित हों, असुरक्षित तो किसी न किसी रूप में सभी हैं लेकिन निम्न वर्ग की महिलायें सबसे ज्यादा यौन शोषण की शिकार होती हैं। यह कहना है जनवादी महिला समिति की हिसार इकाई की सचिव बबली लाम्बा का, जो समाज में महिलाओं के असुरक्षित होने के विषय पर सर्वोदय भवन में व्याख्यान दे रही थीं। उन्होंने कहा कि इसमें संदेह नहीं कि महिलायें अंतरिक्ष तक कदम रख चुकी हैं और आईएएस तक के पदों सहित ऊंचे पदों पर पहुंचती हैं लेकिन विकसित भारत में महिला सशक्तिकरण कैसे हो, यह चिंता का विषय है। अभी तक निम्न वर्ग की महिला भूख, गरीबी, अशिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए क्यों लड़ रही है? इनसे वंचित क्यों हैं महिलायें? यहां तक कि राह चलती महिलायें झपटमारों से परेशान हैं, मनचलों की फब्तियाँ से परेशान क्यों हैं? यह सामाजिक सुरक्षा कब मिलेगी? लड़कियों के स्कूल बंदर कर उन्हें शिक्षा के अधिकार से वंचित क्यों किया जा रहा है? बबली ने कहा कि पुलिस में होने के बावजूद महिला को पावर से वंचित क्यों रखा जाता है?
डीएन काॅलेज के इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो महेंद्र विवेक ने कहा कि हमारे देश में पहले दौर में बच्चियों को अफीम देकर मौत की नींद सुला दिया जाता था, फिर सती प्रथा आई और अब नये जमाने में कन्या भ्रूण परीक्षण यानी अल्ट्रासाउंड मशीन की खोज भी इसी नारी उत्पीड़न के लिए उपयोग की जाने लगी।
हरियाणा ग्रंथ अकादमी के पूर्व उपाध्यक्ष व कथाकार कमलेश भारतीय ने कहा कि लड़कियों के पहरावे से लेकर शिक्षा आदि पर उनकी पसंद पर ताले ही ताले हैं और उन्होंने अपनी लघुकथा 'सात ताले और चाबी' का पाठ भी किया।
कार्यक्रम का संचालन विद्युत विभाग से सेवानिवृत्त अधिकारी सत्यपाल शर्मा ने करते बताया कि सर्वोदय भवन की प्रति सप्ताह व्याख्यान की सन् 1969 से चली आ रही समृद्ध परंपरा है तो प्रारम्भ में धर्मवीर शर्मा ने सर्वोदयी प्रार्थना अर्पित की।
इस विचार गोष्ठी में बनी सिंह, उदय यादव, प्रो रोशन लाल, वीरेंद्र कौशल, राजेश हिंदुस्तानी, अनिल जौहर, अंकिता यादव, कमला देवी, अनामिका यादव आदि मौजूद थे।