पुलिस की धक्केशाही बंद ना हुई तो लुधियाना के व्यापारी दुकानें बंद करके कैप्टन अमरिंदर को सौंपेंगे चाबियां
अगले वीकेंड से पहले व्यापारियों से मीटिंग कर उनकी समस्याएं सुन कर उनका हल करने की उठायी मांग
लुधियाना: पंजाब प्रदेश व्यापार मण्डल के राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने कहा है कि करोना के कारण पूरे देश में भय का माहौल है।देश में प्रतिदिन करोना के मरीज बढ़ रहे हैं।पंजाब भी इससे अछूता नहीं है।पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा करोना के खिलाफ जंग जारी है जिसको देखते हुए उनके द्वारा प्रतिदिन पंजाब के लोगो को करोना से बचाने के लिए आदेश जारी किए जाते हैं।शुक्रवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह ने वीकेंड पर पूरे पंजाब में लॉक डाउन लगा कर बंद करने के आदेश जारी किए।पर शाम होते होते उन्होंने सुबह का आदेश रद्द करते हुए शनिवार को सभी सामान की दुकानें शाम 5 बजे तक खोलने के आदेश जारी किए।पर शाम 5 बजे के बाद पुलिस ने डंडे के बल पर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें भी बंद करवानी शुरू कर दी।जो कि सरासर ग़लत था।क्योंकि सरकार के आदेश पर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें 7 बजे तक खुल सकती है। कैप्टन अमरिंदर सिंह से मांग करते हुए कहा कि जब पूर्ण लॉक डाउन था तो व्यापारियों ने अपनी जान जोखिम में डालकर महानगरवासियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध करवाई।परंतु प्रशासन द्वारा व्यापारियों को अब तक कोई सहयोग नहीं दिया जा रहा।जिससे उनमें गहरा रोष व्याप्त है।उन्होंने कहा अगर पुलिस ने व्यापारियों के साथ धक्केशाही बंद ना की तो वह अपनी दुकानें बंद कर उसकी चाबियां पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को सौंप देंगे।क्योंकि अगर आवश्यक वस्तुओं की दुकानें बंद करने से करोना भाग सकता है तो व्यापारी इसके लिए भी कुर्बानी करने को तैयार है।उन्होंने कहा कि यह कैसा इंसाफ है कि जिन व्यापारियों ने लॉक डाउन के दौरान आवश्यक वस्तुओं का प्रशासन को पूरा सहयोग दिया उनकी दुकानें पुलिस द्वारा डंडे मार कर जल्दी बंद करवा दी जाती है और शराब के ठेके रात 8 बजे तक खुले रहते हैं।
पुलिस की धक्केशाही को लेकर पंजाब प्रदेश व्यापार मण्डल के राज्य सचिव महिंदर अग्रवाल,चेयरमैन पवन लहर,जिला अध्यक्ष अरविंदर सिंह मक्कड,प्रवीण गोयल ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सिर्फ फेसबुक पर ऑनलाइन होकर आपने आदेश जारी करते हैं, व्यापारियों से संपर्क नहीं स्थापित करते। इस संबंध में उन्होंने एक पत्र कैप्टन अमरिंदर सिंह को लिख कर अगले वीकेंड से पहले व्यापारियों से मीटिंग कर उनकी समस्याएं सुन कर उनका हल करने की मांग की है।