टोना-टोटका के नाम पर ठगने वालों से जनता रहे सतर्कः जादूगर सम्राट शंकर
प्रदेशभर में निशुल्क शो कर आमजन को कर रहे हैं जागरूक।
रोहतक, गिरीश सैनी। विश्वविख्यात जादूगर सम्राट शंकर ने नागरिकों से अपील की है कि वे पाखंडी बाबाओं के भ्रम जाल में न फंसे। ऐसे पाखंडी बाबा जादू की कला का दुरुपयोग करके आमजन को सम्मोहित व भ्रमित करने का काम करते हैं। संसार में चमत्कार जैसी कोई चीज नहीं है। नागरिक अपने कर्म पर विश्वास करें तथा अंध विश्वास से दूर रहे। उन्होंने प्रदेश के हर जिला में जादू के शो आयोजित करने के लिए अधिकृत करने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया है।
वे लगभग 5 दशकों से जादू की कला का प्रचार-प्रसार करने के साथ-साथ लोगों को अंधविश्वास से दूर रहने का संदेश दे रहे है। स्थानीय कैनाल रेस्ट हाउस में प्रेस प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए जादूगर सम्राट शंकर ने कहा कि प्रदेश की जनता को देश की प्राचीन जादू की कला से रूबरू कराने तथा इस कला को जीवित रखने के लिए प्रदेश सरकार के साथ मिलकर प्रत्येक जिला में जादू के शो आयोजित किये जा रहे हैं। आजादी के 75वें अमृत महोत्सव के तहत सूचना, जनसम्पर्क, भाषा एवं संस्कृति विभाग के माध्यम से इन जादू के शो का आयोजन करवाया जा रहा है। जादूगर सम्राट शंकर ने कहा कि रोहतक में 20 से 23 जुलाई तक स्थानीय डीएलसी सुपवा विश्वविद्यालय के सेंट्रल ऑडिटोरियम में प्रतिदिन दोपहर बाद 1 से 3 बजे तथा सायं 6 से 8 बजे तक जादू के शो आयोजित किये जाएंगे। इन शो में आम जनता का प्रवेश निशुल्क रहेगा। हरियाणा ओलम्पिक संघ के कोषाध्यक्ष तथा पूर्व सहकारिता राज्य मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर 20 जुलाई को दोपहर 1 बजे जादू के शो का शुभारंभ करेंगे।
73 वर्षीय जादूगर सम्राट शंकर ने कहा कि वे गत 5 दशकों से अपने रंगीन इंद्रजाल के माध्यम से अंधविश्वास से बचने के अलावा बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के तहत कन्या भ्रूण हत्या न करने, जल संरक्षण तथा हर प्रकार के नशे से दूर रहने का संदेश लोगों को दें रहे है। उन्होंने राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की परंपरागत 64 कलाओं में शुमार जादू की विद्या को लोकप्रिय बनाने तथा टोना-टोटका के नाम पर जादू की कला का दुरुपयोग करके लोगों को भ्रमित करने वाले पाखंडी-बाबाओं को एक्सपोज करने का संकल्प भी ले रखा है।
जादूगर सम्राट शंकर ने कहा कि उन्होंने देश-विदेश में अब तक जादू के 28 हजार शो किये हैं, जिनमें से 23 हजार शो केवल धर्मार्थ कार्य के लिए किए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने सुनामी, बाढ़ पीड़ितों तथा कारगिल युद्ध के शहीदों के कल्याण के लिए भी जादू के शो किये है। उन्होंने कहा कि वे 12 वर्ष की आयु में जादूगर देव कुमार से प्रभावित हुए थे, जिसके बाद उन्होंने जादू सीखने का मन बनाया तथा 1974 में जादू के शो शुरू किये तथा कभी मुडक़र नहीं देखा। वे वर्तमान पीढ़ी को जादू की ओर प्रोत्साहित करने के लिए दिल्ली में दिल्ली स्कूल ऑफ मैजिक का संचालन कर रहे है। उन्होंने कहा कि योग का जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने नागरिकों से हर दिन योग प्राणायाम करने को कहा। इस अवसर पर जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी संजीव कुमार सैनी, जूनियर जादूगर शंकर, मैनेजर राकेश कठियाल सहित अन्य संबंधित स्टाफ मौजूद रहा।