हार कर जीतने वाले जादूगर... 

हार कर जीतने वाले जादूगर... 

-*कमलेश भारतीय
आईपीएल के मैच देखकर यही कहने को दिल करता है कि हार कर जीतने वाले जादूगर हैं ये खिलाड़ी। यह मैं अकेला नहीं, बहुत सारे क्रिकेट प्रेमी कहते होंगे और यही बात प्रसिद्ध एक्टर और कोलकाता नाइट राइडर्स के मालिक शाहरुख खान भी कह रहे हैं। वे कह रहे हैं कि हारकर भी हार न मानो, लूजर न बनो‌। शाहरुख़ खान का कहना है कि मैंने जो सबसे बड़ी चीज़ सीखी है, वो यह कि कैसे हारने के बाद भी लूजर न बनो।यही बात मैं अपने बच्चों से भी कहता हूँ। वैसे बाजीगर में शाहरुख खान का यही तो सबसे चर्चित डायलॉग है-हारकर जीतने वाले को बाजीगर कहते हैं‌। मतलब साफ है कि हार कर भी मन से कभी हार न मानो और अगले मैच के लिए तैयार हो जाओ। हर मैच, नया मैच होता है। ऐसे ही ज़िंदगी का हर दिन नया दिन होता है,‌नये‌ दिन की तुलना बीते कल से नहीं की जा सकती। शाहरुख ने बताया कि वे खिलाड़ी ही बनना चाहते थे लेकिन एक चोट लगने की वजह से दूसरा रास्ता चुनना पड़ा और हमारा तो कल्चर ही यही है-बस, खेलो, खुश रहो और स्वस्थ रहो। शाहरुख ने 'चक दे इंडिया' में हाॅकी कोच का रोल इसीलिए बहुत शानदार  निभाया था, बिल्कुल नेचुरल। 
शाहरुख की बात मानें तो पंजाब किंग्स के शशांक के प्रदर्शन को देखिए, कैसे उसने दो बार अपनी टीम को हारते हारते जीत दिला दी। जिस शशांक को मात्र बीस लाख रुपये में भी खरीद कर प्रीति ज़िंटा पछता रही थीं, उसी शशांक ने कैसे चमत्कार किये। अब तो शशांक के मैदान में आते ही विरोधी टीम के गेंदबाज घबरा जाते हैं‌। ऐसे ही एक मैच बटलर ने बदल कर रख दिया। विराट कोहली की स्पिरिट भी माशाल्लाह! वह भी हार कर जीतने में विश्वास करता है। धोनी के तो क्या ही कहने! सब खिलाड़ियों के प्रदर्शन से जीवन में संघर्ष के दौरान कैसे हार नहीं माननी है, यही मंत्र मिलता है। ऋषभ पंत, जो कितनी बड़ी दुर्घटना का शिकार हुआ लेकिन क्रिकेट मैदान में लौटा और बढ़िया प्रदर्शन कर रहा है। ‌कभी युवराज सिंह भी कैंसर से जीतने के बाद मैदान में लोटे थे। मनीषा कोईराला, सोनाली बेंद्रे दोनों ने कैसे पर विजय पाई। मनीषा फिर फिल्मों में लौट आई है। कपिल शर्मा जैसा हंसाने‌ वाला खुद डिप्रेशन में चला गया लेकिन फिर‌  लौटा और फिर सबको हंसी की फुलझड़ियां बांट रहा है। 
तभी तो कहते हैं मन जीते, जगजीत! जब हम मन से सिर जाते हैं, तब हम जीत नहीं सकते और जब हम मन से सिर नहीं मानते, तब हमें दुनिया की कोई ताकत हरा नहीं सकती। आईपीएल देखिए और जीवन‌ जीने के मंत्र लीजिए। 
मन के हारे हार है
मन के जीते जीत !
-*पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी।