पूरी दुनिया के लिए अहिंसा और शांति के प्रेरणा स्त्रोत थे महात्मा गांधीः सीजेएम अनिल कौशिक

पूरी दुनिया के लिए अहिंसा और शांति के प्रेरणा स्त्रोत थे महात्मा गांधीः सीजेएम अनिल कौशिक

रोहतक, गिरीश सैनी। शांति और अहिंसा के प्रेरणा स्रोत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा एडीआर सेंटर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेश कुमार, जेएमआईसी संदीप कुमार तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायाधीश मजिस्ट्रेट अनिल कुमार कौशिक ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीरजा कुलवंत कलसन के मार्गदर्शन में शांति मार्च भी निकाला गया। शांति मार्च को अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह शांति मार्च प्राधिकरण रोहतक के कार्यालय से आरम्भ होकर शहर के विभिन्न चौराहों से होता हुआ वापस प्राधिकरण के कार्यालय में संपन्न हुआ।

इस अवसर पर जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव एवं सीजेएम अनील कौशिक ने कहा कि महात्मा गांधी के बारे मे अल्बर्ट आइंस्टीन ने एक बार कहा था कि आने वाली पीढिय़ां, शायद ही इस बात पर यकीन करेंगी कि एक ऐसा मांस और खून वाला आदमी कभी इस धरती पर चला था, जो पूरी दुनिया के लिये अहिंसा और शांति का प्रेरणा स्रोत बना। राष्ट्रपिता गांधी के व्यक्तित्व के सबसे खूबसूरत आयामों में से एक बात यह भी थी कि उन्होंने प्रत्येक भारतीय को इस बात का अहसास दिलाया कि वे भारत की स्वतंत्रता के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने एक अध्यापक, वकील, चिकित्सक, किसान, मजदूर, उधमी, सभी में आत्म विश्वास की भावना भर दी थी कि वे जो कुछ भी कर रहे हैं उसी से वे भारत के स्वाधीनता संग्राम में योगदान दे रहे हैं। उन्होंने न सिर्फ भारत की आजादी में अहम भूमिका निभाई बल्कि कई देशों में वे अहिंसा की प्रेरणा का स्रोत बने।

इस अवसर पर एडीजे महेश कुमार, जेएमआईसी संदीप कुमार व सीजेएम अनील कौशिक, डीपीआरओ संजीव सैनी, डीईओ मंजीत मलिक, डिप्टी डीईओ रोहतक व लीगल लिटरेसी प्रोग्राम की जिला कोरडीनेटर डॉ कविता नरवाल को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। इसी कड़ी में जिला न्यायालय परिसर में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया।