छात्राओं के उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देने के लिए महिला विश्वविद्यालय ने किया आरएफटीपीएल के साथ एमओयू साइन।

भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए युवाओं के कौशल को पहचानना और विकसित करना आवश्यकः कुलपति प्रो. सुदेश

छात्राओं के उद्यमिता कौशल को बढ़ावा देने के लिए महिला विश्वविद्यालय ने किया आरएफटीपीएल के साथ एमओयू साइन।

खानपुर कलां, गिरीश सैनी। भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय ने अपने विद्यार्थियों में नवाचार, इनक्यूबेशन और उद्यमिता से संबंधित कौशल को बढ़ावा देने के लिए रुहिल फ्यूचर टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (आरएफटीपीएल) के साथ एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (एमओयू) साइन किया है। यह कंपनी नवाचार, इनक्यूबेशन और उद्यमिता व संबंधित गतिविधियों में विशेषज्ञ है।  

कुलपति प्रो. सुदेश ने बताया कि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में युवाओं के कौशल को पहचानना और विकसित करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां देना, प्रेरित करना तथा आइडियाज को स्टार्टअप के रूप में परिवर्तित करने के लिए योजनाओं पर काम करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बहुत से आइडियाज विद्यार्थियों के मस्तिष्क में जन्म तो लेते हैं, लेकिन वे स्टार्टअप के रूप में विकसित नहीं हो पाते। उन्होंने कहा कि यह एमओयू विद्यार्थियों के कौशल को स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा। आरएफटीपीएल विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों तथा अभिभावकों के भी आइडियाज विकसित करने के लिए प्रेरित करने में विवि की सहायता करेगा। इसके लिए संबंधित हितधारकों के साथ सीधा संवाद स्थापित करने के लिए आवश्यक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।

आरएफटीपीएल की कार्यकारी निदेशक बाला देवी रुहिल तथा सहायक निदेशक ललित रैना ने कहा कि महिला विश्वविद्यालय की छात्राओं में प्रतिभा व कौशल की कोई कमी नहीं है। यह एमओयू छात्राओं के नए आइडियाज को विकसित करने में अत्यंत लाभदायक साबित होगा।

महिला विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव डॉ नीलम मलिक तथा आरएफटीपीएल की ओर से कार्यकारी निदेशक बाला रूहिल ने इस एमओयू पर हस्ताक्षर किए। विश्वविद्यालय की ओर से गवाह के रूप में डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. इप्शिता बंसल व सीएसआईआई की नोडल अधिकारी डॉ अंशु भारद्वाज तथा आरएफटीपीएल की ओर से सहायक निदेशक ललित रैना व कंट्री मैनेजर निखिल शर्मा ने बतौर गवाह हस्ताक्षर किए।

इस दौरान कुलसचिव डॉ. नीलम मलिक, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. इप्शिता बंसल, सीएसआईआई की नोडल अधिकारी डॉ अंशु भारद्वाज, आरएफटीपीएल के फाउंडर अंशुल रुहिल, एम पी शर्मा तथा संदीप सांगवान मौजूद रहे।