साहित्य में मनोज प्रीत को मिला सुदर्शन पुरस्कार
लुधियाना, 1 दिसंबर, 2021: भाषा विभाग पंजाब द्वारा हिंदी लेखक मनोज प्रीत को इस बार उनके सर्वोत्तम कथा संग्रह `कालचक्र' के लिए सुदर्शन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
यह पुरस्कार भाषा विभाग की निदेशक कर्मजीत कौर द्वारा कल पटियाला में हुए एक समारोह के दौरान प्रदान किया गया। मनोज प्रीत पिछले चार दशक से निरंतर साहित्य सेवा कर रहे हैं। वे एक हिंदी कथाकार के तौर पर पहचाने जाते हैं।
मनोज प्रीत साहित्य जगत को अब तक 10 कहानी संग्रह दे चुके हैं। इसके अतिरिक्त वे शिक्षा से संबंधित दो पुस्तकें लिख चुके हैं। कुछ पुस्तकों का संपादन व अनुवाद भी कर चुके हैं। उनके द्वारा लिखा गया यात्रा संस्मरण `केरल धाम स्वर्ण ग्राम' भी काफी चर्चित रहा है जिसे पहले ही पंजाब सरकार द्वारा पुरस्कृत किया जा चुका है।
लेखक की कहानियों में जहां समाजिक रिश्तो की जर्जर अवस्था का उल्लेख होता है। वहीं मानवीय रिश्तों में प्रेम को उत्कृष्ट रूप में भिन्न-भिन्न आयाम से स्थापित किया गया है।
यह गर्व की बात है कि लुधियाना शहर में कहानीकार के रूप में मनोज प्रीत ने अपना विशिष्ट स्थान स्थापित किया है जिसकी चर्चा आज पूरे साहित्य जगत में हो रही है।