एमडीयूः रिसर्च मेथोडोलॉजी कार्यशाला में शोधार्थियों को उत्कृष्ट शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया
रोहतक, गिरीश सैनी। शोध एक गंभीर कार्य है। शोधार्थी इस कार्य को पूरी प्रतिबद्धता के साथ करें। ये बात एमडीयू के डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए. एस. मान ने सोमवार को फैकल्टी ऑफ लॉ, फैकल्टी ऑफ एजुकेशन तथा फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड आर्ट्स द्वारा चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनॉमिक चेंज के तत्वावधान में आयोजित-रिसर्च मेथोडोलॉजी विषयक कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए कही। मुख्य अतिथि प्रो. ए. एस. मान ने प्रतिभागी शोधार्थियों को उत्कृष्ट शोध कार्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने शोध मूल्यों को महत्वपूर्ण बताते हुए समाजोपयोगी शोध करने की बात कही।
डीन, फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड आर्ट्स प्रो. रणदीप राणा ने कार्यशाला की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट की निदेशिका प्रो. सोनिया मलिक ने संस्थान बारे जानकारी देते हुए इसके द्वारा आयोजित की जाने वाली शोध और शैक्षणिक गतिविधियों की जानकारी दी।।
फैकल्टी ऑफ एजुकेशन के डीन प्रो. आर.पी. गर्ग ने आभार जताया। डा. कविता ने मंच संचालन किया। इस दौरान फैकल्टी ऑफ लॉ, फैकल्टी ऑफ एजुकेशन तथा फैकल्टी ऑफ ह्यूमैनिटीज एंड आर्ट्स के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक और प्रतिभागी शोधार्थी मौजूद रहे।
इस कार्यशाला में गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली के प्रो. अनूप बेनीवाल ने- द आर्किटेक्टोनिक ऑफ रिसर्च पर, इग्नू, दिल्ली के प्रो. प्रमोद कुमार ने- एंपहसिस ऑन रिजल्ट ओरिएंटेड रिसर्च ऑन सोशियो-लीगल इश्यूज विषय पर तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के प्रो. अरविंद मलिक ने- इनोवेटिव रिसर्च प्रॉब्लम एंड जस्टिफिकेशन ऑफ रिसर्च फाइंडिंग्स विषय पर विशेष व्याख्यान दिए।