एमडीयू अधिकारियों और कर्मियों को दिया कामकाज में उत्कृष्टता, पारदर्शिता, विश्वसनीयता और समयबद्धता लाने का मूल मंत्र
रोहतक, गिरीश सैनी। विश्वविद्यालयी कामकाज में उत्कृष्टता, पारदर्शिता, विश्वसनीयता और समयबद्धता लाने का मूल मंत्र एमडीयू के कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कालेज द्वारा- डेवलपिंग सेल्फ कंपीटेंसिज एंड वर्क कल्चर विषय पर आयोजित ट्रेनिंग सत्र में एमडीयू अधिकारियों और कर्मियों को दिया।
कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने बतौर की-नोट स्पीकर इस ट्रेनिंग सत्र में विवि कर्मियों से कार्यालयी कार्यप्रणाली को प्रभावी बनाने तथा विवि में स्वस्थ कार्य संस्कृति स्थापित करने की बात कही। उन्होंने कर्मियों से निरंतर अपनी कार्य करने की योग्यता में अभिवृद्धि करने, सकारात्मक सोच बनाने, अच्छा व्यवहार करने व लेखन कौशल निखारने का आह्वान किया। उन्होंने योग्यता निर्माण, योग्यता विकसित करने, इफेक्टिव लर्निंग, एक्शन लर्निंग के महत्वपूर्ण टिप्स साझा किए।
प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने कंपीटेंसी एक्सीलेंस, इंडिविजुअल एक्सीलेंस, इंटरपर्सनल एक्सीलेंस, ऑपरेशनल एक्सीलेंस, लीडरशिप एक्सीलेंस, आर्गेनाइजेशनल एक्सीलेंस बारे विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने अंत में उपस्थित कर्मियों को मतदान करने की शपथ दिलवाई और समाज को भी मतदान के लिए जागरूक करने का आह्वान किया। एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ कालेज कोआर्डिनेटर डा. अनार सिंह ढुल ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया और कार्यक्रम की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला। इस ट्रेनिंग सत्र में एमडीयू के विभिन्न कार्यालयों के प्रभारी एवं कर्मी तथा विभागों के कर्मी शामिल हुए।