एमडीयू, रोहतक को शोध के लिए मिला 6.42 करोड़ रुपए का अनुदान
रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विवि, रोहतक को भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की ओर से- पीयूआरएसई 2024 स्कीम के तहत शोध परियोजना के लिए 6.42 करोड़ रुपए के अनुदान की घोषणा हुई है।
भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की प्रमुख (अनुसंधान एवं विकास अवसंरचना प्रभाग) डा. प्रतिष्ठा पाण्डेय की ओर से जारी आधिकारिक पत्र में प्रमोशन ऑफ यूनिवर्सिटी रिसर्च एंड साइंटिफिक एक्सीलेंस स्कीम के तहत इस अनुदान की घोषणा हुई है।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने एमडीयू पीयूआरएसई टीम को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि विवि में उत्कृष्ट शोध इको-सिस्टम विकसित किया जा रहा है। इस परिप्रेक्ष्य में 6.42 करोड़ रुपए की ग्रांट शोध कार्यों को बढ़ावा देने में मददगार होगी।
गौरतलब है कि एमडीयू पीयूआरएसई टीम के सदस्य हैं- केमिस्ट्री विभाग से प्रो. सपना गर्ग, फिजिक्स विभाग से प्रो. राजेश पूनिया, फार्मेसी विभाग से प्रो. बी. नरसिम्हन, केमिस्ट्री से डा. नवीन कुमार, फिजिक्स से डा. सज्जन सिंह व डा. अनिल ओहल्याण, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, यूआईईटी से डा. दीपक छाबड़ा तथा डा. प्रदीप गहलोत। उल्लेखनीय है कि इस ग्रांट के तहत वैज्ञानिक उपकरण, औद्योगिक शोध सहभागिता, वैज्ञानिक कार्यशाला तथा संगोष्ठी आयोजन, परियोजना सहायक अनुबंध आदि के लिए अनुदान राशि आवंटित की गई है।