शोध सहभागिता के लिए एमडीयू ने किया एनआईएफटीईएम के साथ एमओयू
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट (एनआईएफटीईएम), सोनीपत के साथ फूड टेक्नोलॉजी तथा संबंधित विषयों पर शोध सहभागिता, संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रम, संयुक्त शैक्षणिक और शोध परियोजनाओं का रास्ता प्रशस्त करने के लिए एक करार (एमओयू) किया है।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू की गरिमामयी उपस्थिति में भारत मंडपम, नई दिल्ली में इस करार पत्र पर हस्ताक्षर किए गए। साथ ही करार पत्र का विधिवत आदान प्रदान भी किया गया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की उपस्थिति में कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा तथा एनआईएफटीईएम के निदेशक डॉ. हरिंदर सिंह ओबेरॉय ने करार पत्र का आदान प्रदान किया।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थान नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फूड टेक्नोलॉजी एंटरप्रेन्योरशिप एंड मैनेजमेंट के करार एमडीयू विकास यात्रा में एक नया मील का पत्थर है। इस करार से एमडीयू के फूड टेक्नोलॉजी समेत अन्य संबंधित विभागों के प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थी लाभान्वित होंगे।
गौरतलब है कि इस करार के प्रावधानों के तहत फैकल्टी एंड स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम होंगे। साथ ही बौद्धिक अधिकार प्रबंधन संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। निदेशक निफ्टम डॉ. हरिंदर सिंह ओबेरॉय ने कहा कि भारत के लक्ष्य प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय एमडीयू के साथ जुड़ना और करार करना एक प्रगतिशील पहल है।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने दोनों संस्थानों को इस एमओयू के लिए बधाई दी तथा भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।
इस कार्यक्रम में एमडीयू प्रतिनिधि मंडल में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा के साथ डीन आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा, डीन लाइफ साइंसेज प्रो. राजेश धनखड़, फूड टेक्नोलॉजी विभाग की अध्यक्षा डॉ. ज्योतिका धनखड़, निदेशक सीआईआईई प्रो. राहुल ऋषि, निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया शामिल रहे।