शोध कार्य को बढ़ावा देने के लिए एमडीयू रिसर्च प्रमोशन पॉलिसी को और बेहतर बनाएगाः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह
रोहतक, गिरीश सैनी। एमडीयू में रिसर्च इको सिस्टम को बेहतरीन बनाने, शोध के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाओं में वृद्धि करने तथा उत्कृष्ट शोध संस्कृति विकसित करने की संकल्पबद्धता कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विवि के वैश्विक स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी-एल्सीवर श्रेष्ठ दो प्रतिशत वैज्ञानिक सूची में स्थान पाने वाले एमडीयू के शोध-वैज्ञानिकों की सम्मान बैठक में व्यक्त की।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने इस प्रतिष्ठित वैश्विक सूची में स्थान पाने वाले एमडीयू प्राध्यापकों तथा शोधार्थियों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन वैज्ञानिकों की गौरवमयी उपलब्धि से एमडीयू ही नहीं, पूरा प्रदेश-देश गौरवान्वित हुआ है।
कुलपति ने कहा कि भविष्य में विवि में पोस्ट डॉक्टरल फेलोशिप प्रारंभ की जाएगी। साथ ही इन दो प्रतिशत श्रेष्ठ वैज्ञानिक सूची में शामिल प्राध्यापकों के लिए टीचिंग असिस्टेंट का प्रावधान करने बारे विचार किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि विवि की रिसर्च प्रमोशन पॉलिसी को और बेहतर बनाया जाएगा ताकि शोध कार्य को बढ़ावा मिले। उन्होंने भविष्य में रिसर्च कार्पस फंड प्रारंभ करने बारे भी विचार करने की मंशा जाहिर की।
डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान ने कहा कि इन वैज्ञानिकों की उपलब्धियों में अन्य प्राध्यापकों को भी प्रेरणा मिलेगी। रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने इन वैज्ञानिकों को अपनी विशेषज्ञता तथा अधिक रिसर्च साइटेशन प्राप्त करने की प्रक्रिया साझा करने का आग्रह किया। कार्यक्रम समन्वयक डीन आर एंड डी प्रो. अरुण नंदा ने वैज्ञानिकों को बधाई दी तथा कुलपति तथा उपस्थित अधिकारियों, अधिष्ठाताओं-वैज्ञानिकों का आभार जताया।
इस दौरान चयनित वैज्ञानिकों ने भी अपने इनपुट्स दिए। सम्मान बैठक में चयनित वैज्ञानिक सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. विनोद बाला तक्षक, प्रो. संजू नंदा, प्रो. हरीश दूरेजा, प्रो. बी. नरसिम्हन, प्रो. देवेन्द्र सिंह, डॉ. सर्वजीत सिंह गिल, डॉ. दीपक छाबड़ा, डॉ. रामफूल ओहल्याण, डॉ. कृष्णकांत शर्मा, शोधार्थी डॉ. सितेन्द्र सिंह, डॉ. अंजली हुड्डा, डॉ. कपिशा नेहरा, डॉ. पवन कुमार विशेष रूप से मौजूद रहे। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. रणदीप राणा, संकाय डीन प्रो. सेवा सिंह दहिया व प्रो. सोनिया, निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी तथा पीआरओ पंकज नैन कार्यक्रम में शामिल हुए।