स्टूडेंट सेंट्रीक स्किल बेस्ड इंसेंटिव स्कीम शुरू करेगा एमडीयू
विद्यार्थियों का तकनीकी एवं जीवन कौशल निखारने के साथ ही होगी रोजगार कौशल की संस्कृति विकसित।
रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय विद्यार्थियों को उनके हुनर के हिसाब से विश्वविद्यालयी कामकाज से जोड़ेगा और प्रोत्साहन राशि के तौर पर इंसेंटिव देगा। एमडीयू के छात्र कल्याण कार्यालय के तत्वाधान में सत्र 2023-2024 से- स्टूडेंट सेंट्रीक स्किल बेस्ड इंसेंटिव स्कीम प्रारंभ की जा रही है। इस स्कीम से विद्यार्थी जहां शिक्षा के साथ-साथ अपने हुनर से कुछ प्रोत्साहन राशि अर्जित करेंगे, वहीं उनके कौशल में भी निखार आएगा।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में कुलपति कार्यालय में आयोजित बैठक में सत्र 2023-2024 से इस योजना के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर गहन विचार-मंथन किया गया। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एमडीयू से निकलने वाले हर विद्यार्थी को प्रोफेशनल बनाने, इंडस्ट्री की जरूरतों के अनुसार विद्यार्थियों के तकनीकी एवं जीवन कौशल को निखारने और विश्वविद्यालय में रोजगार कौशल की संस्कृति विकसित करने के उद्देश्य से सत्र 2023-2024 से यह योजना महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय का छात्र कल्याण कार्यालय प्रारंभ करने जा रहा है। कुलपति ने इस अनूठी योजना के सही एवं प्रभावी क्रियान्वयन के दिशा-निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए और अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो. रणदीप राणा और उनकी टीम को विद्यार्थी हित में प्रारंभ की जा रही इस योजना के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा ने कहा कि सरकारी विश्वविद्यालयों की श्रेणी में एमडीयू इस अनूठी स्कीम को देश में सबसे पहले प्रारंभ कर रहा है। उन्होंने बताया कि शिक्षा के साथ-साथ विद्यार्थियों को काम देकर प्रोत्साहन राशि उपलब्ध करवाने की यह योजना एमडीयू इस सत्र में क्रियान्वयित कर नए आयाम स्थापित करेगा। उन्होंने इस योजना के उद्देश्य, इसकी रूपरेखा एवं इसके क्रियान्वयन बारे विस्तार से जानकारी कुलपति के साथ साझा की। निदेशक युवा कल्याण डॉ. जगबीर राठी ने कहा कि इस योजना से विद्यार्थी वर्ग लाभान्वित होगा और उनका रोजगार कौशल निखरेगा। इस बैठक में यूआईईटी निदेशक प्रो. युद्धवीर सिंह, चीफ वार्डन कन्या छात्रावास प्रो. सपना गर्ग, निदेशक सेंटर फॉर इनोवेशन इन्क्यूबेशन एंड एंटरप्रेन्योरशिप प्रो. राहुल ऋषि, फार्मेसी विभागाध्यक्ष प्रो. हरीश दूरेजा, सीसीपीसी प्रो. सुमित गिल, इमसॉर से डॉ. संजय नांदल तथा टेक्सटाइल सेक्टर से उद्योगपति प्रवीन कुमार जैन ने भी अपने महत्त्वपूर्ण इनपुट्स साझा किए।