मीडिया अध्ययन के विद्यार्थी करियर बनाने के लिए तकनीकी कौशल तथा भाषायी कौशल में पारंगतता हासिल करेंः प्रो. हरीश कुमार
पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग में ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित
रोहतक, गिरीश सैनी। मीडिया का क्षेत्र संभावनाओं भरा है। सूचना प्रौद्योगिकी के निरंतर विकास से मीडिया में नवाचार तथा नूतन अवसर सामने आ रहे हैं। जरूरत है कि मीडिया अध्ययन के विद्यार्थी तकनीकी कौशल तथा भाषायी कौशल में पारंगतता हासिल कर अपना कॅरियर बनाएं। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के अध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार ने बुधवार को ये उद्गार विभाग में स्नातकोत्तर तीसरे सेमेस्टर पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों के ओरिएंटेशन प्रोग्राम सत्र को संबोधित करते हुए व्यक्त किए।
प्रो. हरीश कुमार ने कहा कि तकनीकी कौशल हासिल करने के लिए प्रैक्टिकल वर्क तथा फील्ड वर्क विद्यार्थियों को करना होगा। इसके लिए कक्षाएं-थ्योरी और प्रैक्टिकल नियमित लगाने बेहद जरूरी हैं। विभाग में विद्यार्थियों के लिए अनेक कैपेसिटी बिल्डिंग कार्यक्रम आयोजन तथा राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजन की जानकारी प्रो. हरीश कुमार ने साझा की।
सहायक प्रोफेसर डॉ. नवीन कुमार ने विद्यार्थियों को टीवी जर्नलिज्म तथा डिजीटल प्लेटफार्म पर कार्य करने के लिए टेक्निकल पक्षों का ज्ञान अर्जित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रैक्टिकल नॉलेज के लिए स्वयं टेक्निकल प्रैक्टिकल असाइनमेंट करने होंगे। उन्होंने विभागीय इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सेंटर सुविधा की जानकारी दी।
कार्यक्रम में मंच संचालन तथा समन्वयन सहायक प्रोफेसर सुनित मुखर्जी ने किया। उन्होंने कहा कि मीडिया के किसी भी विशेषीकृत क्षेत्र में भाषायी कौशल तथा संप्रेषण कौशल का विशेष महत्त्व है। ऐसे में विद्यार्थी संचार कौशल पर विशेष ध्यान दें। विश्वविद्यालय के विभिन्न वैल्यू ऐडेड प्रोग्राम्स तथा कैपेसिटी बिल्डिंग इनीशिएटिव की जानकारी सुनित मुखर्जी ने दी। डिजीटल मीडिया के दुरुपयोग से बचने का आह्वान भी उन्होंने किया।
इस ओरिएंटेशन प्रोग्राम का समापन सामाजिक सद्भाव संकल्प तथा मीडिया सदुपयोग शपथ से हुआ। प्राध्यापकों, शोधार्थियों तथा विद्यार्थियों ने सामाजिक तथा सांप्रदायिक सद्भाव, समाज तथा राष्ट्र में शांति, सद्भाव सामंजस्य तथा भाईचारा, मानवीय मूल्यों की स्थापना के लिए कार्य करने का संकल्प लिया।