हमारे सोचने, समझने और कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है मानसिक स्वास्थ्यः डॉ. तरूणा

हमारे सोचने, समझने और कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है मानसिक स्वास्थ्यः डॉ. तरूणा

हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के महिला छात्रावास-2 में मानसिक स्वास्थ्य प्रेरणा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस कार्यक्रम के लिए छात्रावास प्रशासन को बधाई देते हुए कहा कि छात्रावास में इस प्रकार के कार्यक्रम होते रहने चाहिए ताकि छात्राओं को जीवन की कठिनाइयों से जूझने के लिए नए विचार, प्रेरणा व मार्गदर्शन मिलता रहे। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने भी आयोजक टीम को बधाई दी। चीफ वार्डन प्रो. सुजाता सांघी ने कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता डिप्टी चीफ वार्डन डॉ. विनीता ने की। 

बतौर मुख्य वक्ता डॉ. तरूणा ने छात्राओं को बताया कि मौजूदा समय में मानसिक स्वास्थ्य एक बड़ी समस्या का रूप ले चुका है। मानसिक स्वास्थ्य हमारे सोचने, समझने, महसूस करने और कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करता है।  इससे बचने के लिए हमें अपनी जीवन शैली को सुचारू करना होगा। योग व ध्यान इसमें काफी हद तक सहायक हैं।  कोई भी समस्या होने पर अपने सहपाठियों, शिक्षकों व परिवार के सदस्यों से साझा करने से समस्या का समाधान निकाला जा सकता है। 

डिप्टी चीफ वार्डन डॉ. विनीता ने बताया कि आगामी दिनों में सभी छात्रावासों में विभिन्न विषयों पर प्रेरणा कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जो छात्रावास में रहने वाली छात्राओं के लिए अत्यंत लाभदायक होगा।  कार्यक्रम के अंत में कोर्डिनेटर डॉ. अनु गुप्ता ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के संचालन में वार्डन कृष्णा देवी का विशेष सहयोग रहा।