मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दिए जाने की जरूरत हैः डॉ. मल्लिका शर्मा
रोहतक, गिरीश सैनी। नकारात्मक सोच का परित्याग कर सकारात्मक सोच की मनोवृति अपनाएं। बाहरी परिस्थितियां अपने हाथ में नहीं भी हो सकती, परंतु विपरीत परिस्थितियों का सामना करने का जीवट और सोच अपनी खुद की है। ये संदेश महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की एलुमना तथा बकिंघमशायर न्यू यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम की निदेशिका सीबीटी प्रोग्राम्स डॉ. मल्लिका शर्मा ने मनोविज्ञान विभाग में- साइकोथेरेपी फॉर साइकोलॉजिकल फर्स्ट ऐड एंड मेंटल हेल्थ विषयक कार्यशाला में दिया।
डॉ. मल्लिका शर्मा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दिए जाने की जरूरत है। इसके लिए मानसिक रूप से सुदृढ़ होना होगा। डॉ. मल्लिका शर्मा ने विद्यार्थियों को थॉट ट्रेनिंग पर फोकस करने तथा थाट्स को नियंत्रित करने की प्रेरणा दी। व्याख्यान उपरांत इंटरैक्टिव सत्र में डॉ. मल्लिका शर्मा ने विद्यार्थियों के प्रश्नों के उत्तर दिए। कार्यशाला के प्रारंभ में मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा प्रो. सर्वदीप कोहली ने स्वागत भाषण दिया। प्रो. सर्वदीप कोहली ने मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया। प्रो. कोहली ने बताया कि मनोविज्ञान विभाग के तत्वावधान में साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड सेंटर उपलब्ध है।
कार्यशाला संयोजिका तथा इंचार्ज सेंटर फॉर पॉजिटिव हेल्थ प्रो. अंजलि मलिक ने इस कार्यशाला की पृष्ठभूमि प्रस्तुत की। उन्होंने साइको थेरेपी, सीबीटी के महत्व का भी उल्लेख किया। आभार प्रदर्शन एलुमनाई सेल इंचार्ज तथा इंचार्ज साइकोलॉजिकल फर्स्ट एड प्रो. दीप्ति हुड्डा ने किया। मंच संचालन शोधार्थी सोनिया ने किया। मनोविज्ञान विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी और विद्यार्थी इस एक दिवसीय कार्यशाला में शामिल हुए।