जीजेयू तथा स्वदेशी शोध संस्थान के बीच शोध व शिक्षण को लेकर हुआ एमओयू
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हिसार, गिरीश सैनी। गुरु जंभेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विवि तथा स्वदेशी शोध संस्थान, (एसएसएस) नई दिल्ली भारतीय ज्ञान परंपरा तथा संबंधित विषयों पर शोध व शिक्षण के क्षेत्र में मिलकर कार्य करेंगे। इस संबंध में गुजवि तथा एसएसएस ने एक मेमोरंडम ऑफ अंडरस्टटिंग (एमओयू) साइन किया है। इस एमओयू पर गुजवि की ओर से कुलपति प्रो नरसी राम बिश्नोई तथा एसएसएस की ओर से ऑनरेरी कंसलटेंट डॉ सुरेश गुप्ता ने हस्ताक्षर किए। कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर तथा डीन इंटरनेशनल अफेयर्स प्रो नमिता सिंह ने गवाह के रूप में हस्ताक्षर किए।
कुलपति प्रो नरसीराम बिश्नोई ने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य प्रशिक्षण, कौशल विकास, उद्यमिता तथा रोजगार के क्षेत्र में दोनों संस्थानों के आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है। दोनों संस्थान मिलकर कार्यशाला, सेमीनार, संगोष्ठी, विशेष व्याख्यान तथा समूह वार्ता आदि का संचालन व आयोजन करेंगे। इस एमओयू से विशेषकर भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में शिक्षण तथा शोध के क्षेत्र में नई संभावनाओं का जन्म होगा। इस एमओयू के तहत न केवल यूटीडी बल्कि गुजवि से संबद्ध महाविद्यालय तथा क्षेत्र के अन्य विद्यार्थी, शोधार्थी तथा शिक्षक लाभान्वित होंगे।
डॉ सुरेश गुप्ता ने कहा कि यह एमओयू दोनों ही संस्थानों के लिए अत्यंत उपयोगी होने के साथ-साथ समाज व राष्ट्र के लिए भी उपयोगी होगा। दोनों संस्थान एक दूसरे के संसाधनों का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान परंपरा पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। इस दौरान डिप्टी डीन इंटरनेशनल प्रो. अर्चना भी मौजूद रही।