आईएचएम पूसा और एमडीयू-आईएचटीएम के बीच हुआ एमओयू
द ग्रेट इंडियन कुजिन वैल्यू ऐडेड कोर्स में देंगे भारत के क्षेत्रीय व्यंजनों की जानकारी
रोहतक, (गिरीश सैनी)। हॉस्पिटैलिटी एजुकेशन में सहभागिता तथा वैल्यू ऐडेड कोर्स के लिए महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय ने इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट, पूसा, नई दिल्ली से एमओयू किया। इस एमओयू पर एमडीयू की ओर से कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा तथा आईएचएम, पूसा की तरफ से प्राचार्य कमल कांत पंत ने हस्ताक्षर किए।
रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने कहा कि ये एक महत्त्वपूर्ण एमओयू है, जिससे कि एमडीयू के आईएचटीएम के विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की पाक कला को आईएचएम, पूसा के मार्गदर्शन में नए आयाम मिलेंगे।
आईएचएम, पूसा, नई दिल्ली के प्राचार्य कमल कांत पंत ने कहा कि इस एमओयू से एमडीयू के साथ शैक्षणिक सहयोग के नए अवसर सृजित होंगे। इसके तहत संयुक्त शैक्षणिक एवं शोध कार्यक्रम, इंडस्ट्री सहभागिता तथा फैकल्टी एक्सचेंज का रास्ता प्रशस्त होगा।
एमडीयू के इंस्टीट्यूट ऑफ होटल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट के निदेशक प्रो. आशीष दहिया ने कहा कि इस एमओयू के तहत आईएचटीएम- द ग्रेट इंडियन कुजिन वैल्यू ऐडेड कोर्स प्रारंभ कर रहा है। यह एक सप्ताह का कोर्स होगा, जिसमें 40 घंटे की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग होगी। इस नूतन पाठ्यक्रम में भारत के क्षेत्रीय व्यंजनों की विस्तृत जानकारी दी जाएगी तथा इन व्यंजनों को बनाने की विधि भी सिखाई जाएगी। यह प्रैक्टिकल ट्रेनिंग विद्यार्थियों को समावेशी शिक्षण का अवसर देगी। कोर्स सफलतापूर्वक पूरा करने पर सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। प्रो. दहिया ने कहा कि हॉस्पिटैलिटी एजुकेशन में ये एमओयू अहम रहेगा।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने संदेश में कहा कि एमडीयू तथा आईएचएम, पूसा के मध्य यह एमओयू नई शिक्षा नीति 2020 की अनुपालना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नई दिल्ली में आयोजित एमओयू हस्ताक्षर समारोह में एमडीयू के फैकल्टी डेवलपमेंट सेंटर के निदेशक प्रो. संदीप मलिक तथा निदेशक, स्टार्टअप्स, इन्क्यूबेशन एंड इनोवेशन प्रो. राहुल ऋषि भी मौजूद रहे।