संगीत जीवन को खुशनुमा बनाता है: डा. शरणजीत कौर
सूफी गायक उस्ताद नदीम खान ने रंग सुर कार्यक्रम में शानदार प्रस्तुति दी।
रोहतक, गिरीश सैनी । शास्त्रीय तथा सूफियाना गायन की छटा मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के रंग सुर कार्यक्रम में खूबसूरती से बिखरी। प्रतिष्ठित सूफी गायक उस्ताद नदीम खान ने रंग सुर कार्यक्रम में शानदार प्रस्तुति दी।
गायक उस्ताद नदीम खान ने शास्त्रीय आलाप- पायलिया झलकारनी मोही से गायन कार्यक्रम का शानदार शुभारंभ किया। अपने मधुर गायन से उस्ताद नदीम खान ने समां बांध दिया। दमादम मस्त कलंदर, नैना मिलाइके मोहे नैना मिलाइके, याद पिया की आए समेत विभिन्न लोकप्रिय सूफी कलामों की मनमोहक बानगी उस्ताद नदीम खान ने अपने गायन में प्रस्तुति से दी और उपस्थित जन को झूमा दिया। हारमोनियम और कीबोर्ड पर आतिफ, आक्टो पैक पर दीपक व तबले पर गुलाम जिलानी ने संगत दी।
रंग सुर की संयोजिका एवं संगीत विभाग की अध्यक्षा प्रो. विमल ने स्वागत भाषण दिया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने कहा कि संगीत जीवन को खुशनुमा बनाता है। उन्होंने इस आयोजन के लिए एमडीयू परिवार को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
हरियाणा कला परिषद के निदेशक नागेन्द्र कुमार शर्मा तथा चीफ वार्डन कन्या छात्रावास प्रो. सपना गर्ग बतौर विशिष्ट अतिथि कार्यक्रम में शामिल हुए। रंग महोत्सव के संयोजक डीन, स्टूडेंट वेलफेयर प्रो. रणदीप राणा की गरिमामयी उपस्थिति कार्यक्रम में रही। निदेशक युवा कल्याण डा. जगबीर राठी ने कार्यक्रम का समन्वयन किया। सहायक निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी ने आयोजन सहयोग दिया। छात्र राजीव ने मंच संचालन किया। इस दौरान पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष प्रो. हरीश कुमार, निदेशक आईएचटीएम प्रो. आशीष दहिया, दृश्य कला विभाग के अध्यक्ष संजय कुमार, पीआरओ पंकज नैन, वोकलिस्ट डा. प्रियंका समेत एमडीयू के शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मी, विद्यार्थी एवं संगीत प्रेमी मौजूद रहे।