अपनी छात्राओं की समस्यायें हल करना ही मेरा सबसे बड़ा शौक: डाॅ अनिता सहरावत
अपनी छात्राओं की समस्यायें हल करना ही मेरा सबसे बड़ा शौक । मुझे एफ सी गर्ल्स काॅलेज में तीस साल हो गये और प्राध्यापिका से प्रिंसिपल का सफर तय किया है । इन दिनों गणित विभाग की अध्यक्ष भी हूं और एसिस्टेंट प्रोफेसर हूं । यह बताया एफ सी काॅलेज की प्रिंसिपल डाॅ अनिता सहरावत ने ।
-कमलेश भारतीय
अपनी छात्राओं की समस्यायें हल करना ही मेरा सबसे बड़ा शौक । मुझे एफ सी गर्ल्स काॅलेज में तीस साल हो गये और प्राध्यापिका से प्रिंसिपल का सफर तय किया है । इन दिनों गणित विभाग की अध्यक्ष भी हूं और एसिस्टेंट प्रोफेसर हूं । यह बताया एफ सी काॅलेज की प्रिंसिपल डाॅ अनिता सहरावत ने । वे मूलतः कुरूक्षेत्र की रहने वाली हैं और सारी शिक्षा वहीं से पूरी की । कैम्पस स्कूल के बाद यूनिवर्सिटी काॅलेज से बी ए और गणित विभाग से एम ए और एम फिल । फिर पीएचडी की । सन् 1991 में एफ सी काॅलेज में गणित की प्राध्यापिका नियुक्त हो गयीं ।
-क्या क्या जिम्मेदारी मिली आपको यहां ?
-कल्चरल प्रोग्राम और एन एस एस की प्रभारी रही और बाकायदा तब ऋषि नगर में एन एस एस के शिविर लगाकर प्रौढ़ शिक्षा में योगदान दिया ।
-अपनी पढ़ाई के दौरान किन किन गतिविधियों में भाग लेती रहीं ?
-बीए तक मैं हाॅकी खिलाड़ी भी रही और हरियाणवी नृत्य भी करती थी ।
-कोई पुरस्कार ?
-सन् 1982 में हुए एशियाड में हरियाणवी नृत्य के लिए चुनी गयी और श्रेष्ठ नृत्य करने पर ब्लेजर भी मिला और काॅलेज कलर भी । एशियाड में अप्पू डांस में भी चुनी गयी । इस तरह दो डांस करके आई ।
-कोई और पुरस्कार ?
-हाल ही में दिल्ली में 'एकलव्य' पुरस्कार मिला है । आईसीआईआई की ओर से । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से माइनर रिसर्च प्रोजेक्ट भी किया ।
-आपके परिवार के बारे में ?
-मेरी शादी सन् 1994 में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के डाॅ एस के सहरावत से हुई और आजकल वे बागवानी विभाग में कार्यरत हैं । हमारे तीन बच्चे हैं जिनमें दो बेटियां और एक बेटा है । सभी पढ़ाई कर रहे है ।
-आपका लक्ष्य क्या है ?
-मै अपनी छात्राओं की समस्याएं हल कर सकूं , यही मेरा लक्ष्य और यही मेरा शौक । बेटियों को हर कदम पर साथ दे सकूं , यही मेरी सबसे बड़ी इच्छा ।
हमारी शुभकामनाएं डाॅ अनिता सहरावत को ।