15 फरवरी 2024 को मनाया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवसः एसडीएम विवेक आर्य
टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को विश्व टीबी दिवस पर किया जाएगा सम्मानित।
रोहतक, गिरीश सैनी । उपमंडलाधीश विवेक आर्य (आईएएस) ने कहा कि कृमि नाशक दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि अगर 15 फरवरी को किसी कारणवश कोई बच्चा दवा की डोज लेने से वंचित रह जाता है तो उसे 20 फरवरी को मॉप अप डे पर यह दवाई खिलाई जाये। इस बार जिला में 1 से 19 साल तक के 3 लाख 76 हजार 742 चिन्हित बच्चों को एवं 19 से 24 साल की 29302 महिलाओं को यह दवाई खिलाई जाएगी।
उपमंडलाधीश विवेक आर्य ने स्थानीय लघु सचिवालय स्थित सभागार में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मौके पर बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य एवं महिला एवं बाल विकास के साथ-साथ अन्य संबंधित विभागों के जिला एवं खंड स्तर के अधिकारियों को आगामी 15 फरवरी को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को सफल बनाना है। पेट में कीड़े होने की वजह से बच्चों में एनीमिया, भूख नहीं लगना, पेट में दर्द की शिकायत रहती है। बच्चों में कृमि नियंत्रण से खून की कमी में सुधार तथा बेहतर पोषण स्तर होता है। उन्होंने कहा कि आगामी 15 फरवरी को 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों को यह दवा खिलानी है। एक से 5 वर्ष तक के बच्चों को आंगनवाड़ी में तथा 6 से 19 वर्ष तक के बच्चों को सरकारी, अर्द्ध सरकारी तथा प्राइवेट स्कूलों में यह दवा खिलाई जायेगी। इसी तरह 19 से 24 वर्ष की ऐसी महिलाओं को भी यह दवा खिलाई जाएगी जो विवाहित हैं तथा गर्भवती नहीं है और ना ही किसी नवजात शिशु को स्तनपान करवा रही है।
उपमंडलाधीश ने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रदेश को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। सरकार की योजना के तहत टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों को चिन्हित कर विश्व टीबी दिवस पर पुरस्कृत किया जायेगा। उन्होंने बताया कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी से 13 फरवरी 2024 तक स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा 30 जनवरी को कुष्ठ रोग निवारण दिवस पर सभी ग्राम पंचायतों की ओर से ग्राम सभा, स्वास्थ्य केंद्रों व स्कूलों में कुष्ठ रोगियों से भेदभाव न करने के लिए शपथ दिलाई जायेगी।
बैठक में चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशीला वर्मा ने बताया कि वयस्क बीसीजी टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 18 वर्ष से अधिक आयु के टीबी मरीजों के सम्पर्क में रहने वाले व्यक्तियों को टीबी से बचाव के लिए टीके लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय तंबाकू निषेध कार्यक्रम के तहत सार्वजनिक स्थानों पर तंबाकू का सेवन रोकने के लिए चालान किये जाये। शिक्षा विभाग को भी स्कूलों को तंबाकू मुक्त करवाने के लिए चेकलिस्ट भिजवाने के लिए कहा। नोडल अधिकारी डॉ अनुपमा मित्तल ने बताया कि स्वाइन फ्लू का सीजन शुरू हो चुका है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि यदि किसी व्यक्ति को खांसी, जुकाम या बुखार हो तो अपने परिवार के सदस्यों से दूरी बनाए ताकि उनको भी इस बीमारी से बचाया जा सके। डॉ डिम्पल ने बताया कि सुमन प्रोग्राम के तहत माता एवं नवजात शिशु की सुरक्षा एवं मातृ मृत्यु दर तथा नवजात मृत्यु दर को कम करें।
इस अवसर पर डीएसपी रवि खुंडिया, सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला, उप सिविल सर्जन डॉ. राजबीर सभ्रवाल, डॉ. अंजली अरोड़ा, डॉ. सानू वर्मा, डॉ. सोनल डोगरा, डॉ. सुशीला, सुरेश भारद्वाज, रेनू कंबोज आदि मौजूद रहे।