प्रिंट मीडिया आज भी प्रासंगिक एवं विश्वसनीयः सुनित मुखर्जी
पत्रकारिता को समाज तथा राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का भाव लाना होगाः अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार
रोहतक, गिरीश सैनी। जिम्मेदार तथा मूल्यानुगत पत्रकारिता समय की जरूरत है। आज पत्रकारिता को समाज तथा राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का भाव लाना होगा। रोहतक के अतिरिक्त उपायुक्त नरेन्द्र कुमार ने ये उद्गार ‘पत्रकारिता का बदलता स्वरूप’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किए। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर इस संगोष्ठी का आयोजन सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग (हरियाणा सरकार) द्वारा किया गया।
एडीसी नरेंद्र कुमार ने मीडिया कर्मियों को राष्ट्रीय प्रेस दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे बदलते परिवेश में जिम्मेवारी एवं एथिक्स के साथ रिपोर्टिंग कर जनता तक सही सूचना पहुंचाए। उन्होंने कहा कि प्रेस को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ इसलिए कहा जाता है, क्योंकि मीडिया जनता व सरकार के बीच एक सेतु का कार्य करता है। उन्होंने कहा कि मीडिया कर्मी तथ्यों की पूरी तरह जांच पड़ताल के बाद ही खबरें प्रकाशित करें, ताकि जनता तक सही जानकारी पहुंचे। साथ ही विभिन्न मामलों का फॉलोअप भी अवश्य करें। उन्होंने कहा कि सूचना तथा समाचार आम जन तक पहुंचाने के साथ-साथ समाज के जरुरी मुद्दों का उल्लेख करना जरूरी है। उन्होंने ‘मीडिया ट्रायल’ से परहेज करने के का परामर्श दिया।
बतौर मुख्य वक्ता, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक एवं निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने कहा कि डिजिटल मीडिया की प्रमुखता के इस दौर में पत्रकारिता की विश्वसनीयता बरकरार रखना सबसे बड़ी चुनौती है। जन सरोकारों की पत्रकारिता के महत्व को सुनित मुखर्जी ने रेखांकित किया। उन्होंने प्रिंट मीडिया को इस डिजिटल युग में भी प्रासंगिक एवं विश्वसनीय बताते हुए मीडिया के समक्ष मौजूद चुनौतियों पर प्रकाश डाला। सुनित मुखर्जी ने प्रेस के इतिहास तथा इसके बदलते स्वरूपों पर भी चर्चा की। जींद स्थित चौ. रणबीर सिंह विवि के जनसंपर्क विभाग के प्राध्यापक डॉ कृष्ण कुमार ने पत्रकारिता में टेक्नोलॉजी की बढ़ती भूमिका का उल्लेख किया।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी सुरेंद्र सिंह ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने पत्रकारिता के बदलते स्वरूप की पृष्ठभूमि प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं व कार्यक्रमों की सूचना जनता तक तथा जनता के विचारों को सरकार तक पहुंचाने में मीडिया महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इस दौरान मौजूद विभिन्न प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक व सोशल मीडिया प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव एवं विचार साझा किए तथा मीडिया के समक्ष चुनौतियों के बारे में विस्तार से बताया।