दोआबा कालेज में शहीद भगत सिंह के सपनों का भारत पर राष्ट्रीय सैमीनार आयोजित
दोआबा कालेज के स्नातकोत्रर जर्नालिज्म एवं मास कम्युनिकेशन विभाग तथा स्टूडैंट कांऊसिल द्वारा शहीद भगत के सपनों का भारत विषय पर राष्ट्रीय सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रो. चमन लाल- प्रसिद्ध इतिहासकार बतौर मुख्यवक्ता उपस्थित हुए, चन्द्र मोहन-प्रधान आर्य शिक्षा मण्डल एवं कालेज प्रबन्धकीय समीति बतौर मुख्य मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, प्रो. सुरजीत कौर एवं प्रो. सोनिया कालरा-संयोजकों, डॉ. सिमरन सिद्धू-विभागाध्या, प्राद्यापकों और विद्यार्थियों ने किया ।
जालन्धर, 23 मार्च, 2024: दोआबा कालेज के स्नातकोत्रर जर्नालिज्म एवं मास कम्युनिकेशन विभाग तथा स्टूडैंट कांऊसिल द्वारा शहीद भगत के सपनों का भारत विषय पर राष्ट्रीय सैमीनार का आयोजन किया गया जिसमें प्रो. चमन लाल- प्रसिद्ध इतिहासकार बतौर मुख्यवक्ता उपस्थित हुए, चन्द्र मोहन-प्रधान आर्य शिक्षा मण्डल एवं कालेज प्रबन्धकीय समीति बतौर मुख्य मेहमान उपस्थित हुए जिनका हार्दिक अभिनन्दन प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी, प्रो. सुरजीत कौर एवं प्रो. सोनिया कालरा-संयोजकों, डॉ. सिमरन सिद्धू-विभागाध्या, प्राद्यापकों और विद्यार्थियों ने किया ।
प्रि. डॉ. प्रदीप भण्डारी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि आज के दौर में हमारी नौजवान पीढ़ी को शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के देश के प्रति बलिदान एवं समर्पण की भावना से अवगत करवाना बहुत ज़रूरी है ताकि आने वाली पीढ़ी इनकी संघर्षगाता से प्रेरणा लेकर देश के हित के लिए कुछ भी कर गुजरने से ना हिच्के । डॉ. भण्डारी ने कहा कि शहीद भगत सिंह जी ने जेल में रहते हुए पूरे विश्व की समाजवाद, अर्थशास्त्र और दूसरे देशों में स्वतंत्रता के संघर्ष की बहुत ही किताबें पढ़ीं जो कि आज के विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा है ।
प्रो. चमन लाल ने अपने सम्बोधन में भगत सिंह जी के जीवनशैली एवं जीवनयापन के संघर्ष पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगत सिंह की शख्सीयत एवं किरदार बनाने में उनके परिवार, द्वारका दास लाईब्रेरी तथा नैशनल कॉलेज लाहौर का बहुत योगदान रहा । उन्होंने कहा कि अब तक शहीद भगत सिंह जी की 135 लिखित सामग्री जिसमें अपने परिवार, प्रशासन और अपने बढ़ों को लिखी गई 60 चिट्ठियां एवं पोस्टकार्ड शामिल है, मौजूद है । प्रो. चमन लाल ने नैशनल आर्काईज द्वारा प्रकाशित भगत सिंह जी के हस्तलिखित पत्र भी दिखाये ।
चन्द्र मोहन ने प्रो. चमन लाल द्वारा शहीद भगत सिंह जी से सम्बन्धित सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों के बारे में सारी जानकारियाँ को सुनियोजित तरीकों से संभाल कर रखने, खोजबीन करने तथा उन पर लिखने के लिए बधाई देते हुए कहा कि आज के दौर में शहीद भगत सिंह जी की भूमिका और भी अहम हो जाती है । उन्होंने कहा कि शहीद भगत सिंह बहुत ही निडर, स्वंयसेवी, पढ़े लिखे एवं देश के प्रति अति-समर्पित आदर्शवादी क्रांतिकारी थे ।
इस मौके पर गणमान्यों द्वारा प्रो. चमन लाल तथा माईकिल.डी.येट्स द्वारा लिखित- द पोलिटिकल राईटिंगस ऑफ भगत सिंह नामक किताब का भी विमोचन किया गया । प्रो. हरीश पुरी- प्रसिद्ध इतिहासकार एवं राजनितिक विशेषज्ञ ने भी इस सैमीनार में ऑन लाईन जुड़ते हुए प्रो. चमन लाल जी द्वारा लिखित शहीद भगत सिंह जी पर आधारित इस किताब की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसके द्वारा हमारी नौजवान पीढ़ी को शहीद भगत सिंह जी के जीवन से जुड़ी अहम जानकारी एवं मूलमंत्र सरलता से उपलब्ध हो सकेगा ।
इस अवसर पर छात्रा वंशिका एवं कोमल ने देश भक्ति के गीत प्रस्तुत किये । डॉ. सिमरन सिद्धू ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया ।