नायब सिंह सैनी ने किया योग को जीवन में उतारने का आह्वान
कहा, कोरोना में सबसे बड़ी दवाई रही योग
-कमलेश भारतीय
हिसार: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आमजन को अपने जीवन में योग को उतारने, अपनाने का आह्वान किया। वे फ्लेमिंगो पर्यटन परिसर के हाॅल में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि जब हम पाश्चात्य संस्कृति की ओर आकर्षित होते गये तब हम योग और अपनी संस्कृति से दूर होते चले गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दस साल पूर्व इस दिन को योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा कर लोगों को योग से फिर जोड़ दिया। आज दो सौ देश योग दिवस मना रहे हैं। आज हर व्यक्ति योग दिवस मना रहा है। कोई यहां हाॅल में तो कोई पार्क में तो कोई अपने घर में लेकिन सब योग दिवस मना रहे हैं। सैनी ने कहा कि कोरोना काल में सबसे बड़ी दवाई यह योग ही साबित हुआ था। योग हमारे भाग दौड़ के तेज़ गति के जीवन को संतुलित बनाने में सबसे बड़ा योगदान देता है।
मुख्यमंत्री से पहले स्वास्थ्य मंत्री डाॅ कमल गुप्ता, डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा, आयुष विभाग के सचिव सुधीर राजपाल और जयदीप आर्य ने भी योग के महत्त्व पर अपने विचार रखे। आर्ट ऑफ लिविंग, आर्य समाज, गायत्री परिवार, पतंजलि योग समिति आदि अनेक सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों व बाद में बच्चों ने प्रभावशाली योग प्रदर्शन प्रस्तुत किया। इन सभी सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सम्मानित भी किया।
योग प्रदर्शन में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा, स्वास्थ्य मंत्री कमल गुप्ता, निवर्तमान मेयर गौतम सरदाना, पूर्व मंत्री प्रो छतरपाल सिंह, वरिष्ठ आईएएस सुधीर राजपाल, जगदीश जिंदल, पूर्व राज्यसभा सांसद, डी पी वत्स, जवाहर सैनी, रणधीर परिवार, समाज सेवी डाॅ सत्या सावंत, नीरज गुप्ता, ईश आर्य व आशा खदेड़ आदि ने भी लगातार प्रदर्शन किया। संचालन रामनिवास शर्मा ने किया। मुख्यमंत्री ने यहीं से ऑनलाइन कुछ परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। सैनी कल शाम को ही राज्यस्तरीय योग दिवस के आयोजन में भाग लेने पहुच गये थे और निर्माणाधीन एयरपोर्ट पर भी गये थे।
आयोजन स्थल बदलना पड़ा
पहले यह राज्यस्तरीय योग दिवस गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के महाराणा प्रताप स्टेडियम में आयोजित किया जाना था लेकिन बारिश आ जाने से जिला प्रशासन ने आनन फानन में इसका आयोजन स्थल बदल कर फ्लेमिंगो पर्यटन परिसर के हाॅल में कर दिया। रात भर जिला प्रशासन इस बदलाव के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी देता रहा। आखिरकार आयोजन के संपन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।