सतत आर्थिक विकास के लिए जहर मुक्त प्राकृतिक खेती की आवश्यकताः प्रो. विनीता हुड्डा

प्राकृतिक और ऑर्गेनिक खेती पर व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित।

सतत आर्थिक विकास के लिए जहर मुक्त प्राकृतिक खेती की आवश्यकताः प्रो. विनीता हुड्डा

रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी सेल के तत्वावधान में संचालित सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के दूसरे दिन वीरवार को प्राकृतिक और ऑर्गेनिक खेती बारे व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित किए गए।

प्रात: कालीन सत्र में कैप्टन वीरेन्द्र ने प्राकृतिक खेती से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए जहर मुक्त खेती कर प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण करने की बात कही। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती से किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा ले सकते हैं। दूसरे सत्र में ईएसएम सेल कोऑर्डिनेटर प्रो. विनीता हुड्डा ने कहा कि सतत आर्थिक विकास के लिए जहर मुक्त प्राकृतिक खेती की आवश्यकता है। उन्होंने रासायनिक खाद व कीटनाशकों की बजाए जैविक पदार्थों का प्रयोग करने की बात कही।

यूटीडी आउटरीच कोऑर्डिनेटर एवं इस प्रशिक्षण कार्यशाला के आयोजन सचिव डॉ. सुरेन्द्र यादव ने कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वय किया। दूसरे सत्र में प्राकृतिक खेती विषय पर स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर डॉ. आशा शर्मा, डॉ. पंकज रानी एवं संबद्ध महाविद्यालयों के आउटरीच कोऑर्डिनेटर और ग्रीन वालंटियर मौजूद रहे।