अच्छे सामाजिक थीम पर फिल्मों व गानों की जरूरत: कमलेश भारतीय
फिल्म मेकिंग वर्कशॉप में दी तकनीकी पहलुओं की जानकारी।
गिरीश सैनी
रोहतक: फिल्मों को सामाजिक सरोकारों, सामुदायिक मुद्दे तथा राष्ट्रीय प्रगति के विजन से जोड़ने तथा फिल्म के जरिये सशक्त अभिव्यक्ति प्रस्तुत करने का संदेश शनिवार की महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के छात्र कल्याण कार्यालय तथा भारतीय चित्र साधना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित फिल्म मेकिंग वर्कशॉप में दिया गया।
इस एक दिवसीय कार्यशाला में प्रतिष्ठित निदेशक, अभिनेता तथा फिल्म सेंसर बोर्ड सदस्य हरिओम कौशिक तथा दिल्ली विश्वविद्यालय में फिल्म अध्ययन के प्राध्यापक विकास कुमार ने बतौर रिसोर्स पर्सन शिरकत की। एमडीयू एलुमनाई तथा संप्रति पीडीएम यूनिवर्सिटी (बहादुरगढ़) में प्राध्यापक डॉ. रविंद्र कुमार साहू ने कार्यशाला का समन्यवन किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ. रविंद्र कुमार ने स्वागत किया।
प्रतिष्ठित मीडिया कर्मी कमलेश भारतीय ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने संबोधन में कहा कि सिनेमा का समाज पर व्यापक प्रभाव है। फिल्मों के किरदार वर्षों तक जनमानस पर छाए रहते हैं, तथा उनको प्रभावित करते हैं। अच्छे सामाजिक थीम पर फिल्में व गाने की जरूरत को कमलेश भारतीय ने रेखांकित किया।
रिसोर्स पर्सन पर्सन हरिओम कोशिक ने फिल्मों में कहानी तथा पटकथा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कहानी फिल्म की बुनियाद होती है। पटकथा में कुछ अलग लिखने को उन्होंने अहम बताया। उन्होंने फिल्म की कहानी तथा पटकथा लेखन की प्रैक्टिस भी करवाई। रिसोर्स पर्सन विकास कुमार ने भारत में फिल्मों की विकास यात्रा बारे बताया। उन्होंने फिल्मों में कैमरा के प्रयोग, शॉटस-एंगेल्स तथा मोबाइल से फिल्म बनाने के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी।
कार्यशाला में बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित अदाकारा निवा मलिक ने फिल्म इंडस्ट्री की चुनौतियों, विशेष रूप से लड़कियों के लिए इस उद्योग में संभावनाओं बारे बताया। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश से निकलकर उन्होंने मुंबई में जगह बनाई है। यदि व्यक्ति ठान ले, मेहनत करे तो इस फिल्म उद्योग में सफलता जरूर मिलेगी। रिसोर्स पर्सन्स ने उपस्थित प्रतिभागियों के सवालों के जवाब भी दिए। एमडीयू शोधार्थी रविकांत ने आभार प्रदर्शन किया। भारतीय चित्र साधना की ओर से डॉ रविंद्र साहू ने विश्वविद्यालय प्रशासन विशेष रूप से अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. राजकुमार का कार्यशाला आयोजन हेतु आभार जताया।
छात्र कल्याण कल्याण कार्यालय तथा एनएसएस कार्यालय कर्मियों ने आयोजन सहयोग दिया। इस कार्यशाला में 55 प्रतिभागी शामिल हुए।
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कार्यक्रम में उपस्थित 'फौजा' फिल्म टीम का निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने स्वागत किया।