एमडीयू शैक्षणिक परिषद की बैठक में एनईपी 2020 आधारित यूजी/पीजी पाठ्यक्रमों को स्वीकृति दी गई।
रोहतक, गिरीश सैनी। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय की शैक्षणिक परिषद (ए.सी.) की वीरवार को आयोजित 202 वीं बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत स्नातकीय (यूजी) तथा स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों की परीक्षा स्कीम तथा पाठ्यचर्या (सिलेबस) को सत्र 2024-2025 में लागू करने की मंजूरी दी गई।
एमडीयू कुलपति प्रो. राजबीर सिंह की अध्यक्षता में आयोजित शैक्षणिक परिषद की बैठक में एमडीयू के विभिन्न संकायों द्वारा अनुशंसित एनईपी 2020 प्रावधान आधारित यूजी/पीजी पाठ्यक्रमों को स्वीकृति दी गई। इसके तहत एबिलिटी एनहांसमेंट कोर्सेज, स्किल आधारित कोर्सेज, माइनर कोर्सेज, मल्टी डिसीप्लिनरी कोर्सेज, माइनर वोकेशनल कोर्सेज शामिल हैं।
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने कहा कि एनईपी 2020 के तहत विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों का समग्र शैक्षणिक उत्थान होगा। साथ ही, इन विद्यार्थियों को कौशल युक्त रोजगार-योग्य बनाया जाएगा।
इस बैठक में एनईपी 2020 के तहत विभिन्न सर्टिफिकेट तथा डिप्लोमा पाठ्यक्रमों को भी मंजूरी दी गई। शैक्षणिक परिषद की बैठक में विभिन्न विषयों में पीएचडी कोर्स वर्क की परीक्षा स्कीमों में संशोधन किया गया। अब पीएचडी कोर्स वर्क 12 क्रेडिट का होगा। बैठक में विभिन्न संकायों तथा विभागों के 139 विद्यार्थियों के पीएचडी पंजीकरण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
शैक्षणिक परिषद ने चार वर्षीय इंटीग्रेटड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम के अध्यादेश को स्वीकृति प्रदान की। डिप्लोमा इन टीचिंग इंडियन साइन लैंग्वेज तथा डिप्लोमा इन इंडियन साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटेशन पाठ्यक्रमों के अध्यादेश को भी मंजूरी दी गई।
शैक्षणिक परिषद ने मनोविज्ञान विभाग में सत्र 2024-25 से एमए-गाइडेंस एंड काउंसलिंग पाठ्यक्रम, संस्कृत विभाग में एमए-हिन्दू स्टडीज तथा इमसॉर में एमबीए-बिजनेस साइकोलोजी प्रारंभ करने के विभागीय प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की।
एमडीयू कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने शैक्षणिक परिषद का एजेंडा प्रस्तुत किया। एमडीयू के डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. ए.एस. मान समेत विभिन्न संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, शैक्षणिक परिषद, सदस्यमौजूद रहे।