भारतीय इतिहास में एक प्रेरणा के रूप में जीवित हैं नेताजीः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित।

भारतीय इतिहास में एक प्रेरणा के रूप में जीवित हैं नेताजीः कुलपति प्रो. राजबीर सिंह

रोहतक, गिरीश सैनी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जीवन संघर्ष, मेहनत और बलिदान की मिसाल है। उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा, वे आज भी भारतीय इतिहास में एक प्रेरणा के रूप में जीवित हैं। ये उद्गार एमडीयू के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा पराक्रम दिवस तथा नेताजी सुभाष चंद्र जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम में नेताजी को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए व्यक्त किए।

 
कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने- इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन @75 पर स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता का शुभारंभ भी किया। भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर तथा डीन, एकेडमिक अफेयर्स प्रो. ए.एस. मान की गरिमामयी उपस्थिति इस मौके पर रही।


कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने नेताजी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते हुए महान व्यक्तित्व को नमन किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस आज भी युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरणास्त्रोत हैं। उनके अद्वितीय नेतृत्व, दृढ़ नायकत्व और देशभक्ति के प्रति समर्पण ने उन्हें हमेशा युवाओं के दिलों में जगह दी है। कुलपति ने युवाओं से नेताजी के विचार और उनके संघर्ष की भावना को आत्मसात करने और देश सेवा में अपना योगदान देने का आह्वान किया।


भारतीय पुनर्वास परिषद की अध्यक्षा डा. शरणजीत कौर ने बतौर विशिष्ट अतिथि अपने संबोधन में कहा कि नेताजी ने अपनी पूरी जिंदगी देश की स्वतंत्रता के लिए समर्पित कर दी। उनका बलिदान और संघर्ष आज भी हमें प्रेरित करता है कि हम राष्ट्र सेवा के लिए आगे आएं।


निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने इस कार्यक्रम में मंच संचालन किया और नेताजी के जीवन जुड़े महत्वपूर्ण संस्मरणों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में संविधान की प्रस्तावना को भी पढ़ा गया। निदेशक युवा कल्याण डा. प्रताप राठी ने कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन किया।


इस दौरान इंडियन कॉन्स्टिट्यूशन @75 पर आयोजित स्लोगन राइटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में यूटीडी के विद्यार्थियों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को 25 जनवरी को राष्ट्रीय वोटर दिवस पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान डीन, सीडीसी प्रो. विनिता हुड्डा, डीन आर एंड डी प्रो. हरीश दूरेजा, डीन एजुकेशन प्रो. आर.पी. गर्ग, डीन इंजीनियरिंग प्रो. सोनिया, यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट की परियोजना निदेशिका प्रो. शालिनी सिंह, पीआरओ पंकज नैन, डा. जोगेन्द्र मोर, शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मी, शोधार्थी, विद्यार्थी मौजूद रहे।