पैसे के लिए हरियाणवी संस्कृति से कम्प्रोमाइज नहीं: गीता सिंह
-कमलेश भारतीय
मूल रूप से जिला हिसार के राजथल गांव की निवासी और आजकल कुरुक्षेत्र में विश्वविद्यालय से संस्कृत में पीएचडी कर रही गीता सिंह का कहना है कि वह पैसे के लिए हरियाणवी संस्कृति से कोई कम्प्रोमाइज नहीं करेगी और साफ सुथरे गाने ही गायेगी । मैट्रिक तक गांव राजथल के ही स्कूल में पढ़ाई की । फिर नारनौंद से जमा दो और जींद के गवर्नमेंट काॅलेज से बी ए की । इसके बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से एम ए संस्कृत। अम्बाला के काॅलेज बे बी एड । बेशक आना जाना कुरुक्षेत्र से ही करती रही । अब संस्कृत में पीएचडी जारी । गीता सिंह से हमारी सपरिवार मुलाकात कुरुक्षेत्र के सृजन उत्सव के दौरान हुई थी तीन साल पहले और सम्पर्क बना रहा । गीता की प्रगति देख कर प्रसन्नता हुई।
-गाने का शौक कब लगा ?
-वैसे तो मेरे पापा से लगा क्योंकि वे गाते थे और फिर संन्यास ले लिया। मां ने ही पाला पोसा और पढ़ाया लिखाया । अब पापा रहे नहीं। मैं तो कुरुक्षेत्र में नाटक के लिए ऑडिशन देने गयी थी लेकिन सुझाव दिया गया कि गाने का ऑडिशन दो । आवाज़ अच्छी है । इस तरह अचानक गाने की ओर आ गयी ।
-फिर क्या सफलता मिली ?
-बहुत सफल रही। जींद के काॅलेज में रहते शहीद भगतसिंह की रागिनी गाई थी और दूसरे स्थान पर रही थी । जब एम ए संस्कृत करने आई तब भी युवा समारोह और रत्नावली में प्रथम रही । इंटरजोनल यूथ फेस्टिवल में भी ।
-फिर यूट्यूब पर कैसे आई ?
-कुरुक्षेत्र रहती थी । मेरी एक सहेली के भाई ने मेरी आवाज़ सुनी और यूट्यूब पर गाने को कहा । मैंने कहा कि मेरे परिवार के पास पैसा नहीं। मुश्किल से मेरी मां मुझे पढ़ा लिखा रही है। इस पर उसने खुद ही सारा पैसा लगाया और मेरा पहला गाना मस्त मलंग यूट्यूब पर आया और हिट हो गया । फिर कन्या में मेरा कवर सांग आया । जिम बीम आया । इस तरह चार गाने यूट्यूब पर हिट हो गये।
-डांस क्या पहले से ही आता था ?
-नहीं । मस्त मलंग के लिए बाकायदा कोरियोग्राफर से सीखा ।
-प्रेरणा कौन ?
-मेरी मां । सुखदेई जो आंख मूंद कर मेरा विश्वास करती है और मेरी खुशी में खुश रहती है । हर बात में मेरा साथ देती है ।
-कौन से गायक पसंद हैं ?
-पुराने गायक -किशोर कुमार, मोहम्मद रफी , महेंद्र कपूर , कुमार शानू और उदित नारायण भी ।
-अब लक्ष्य क्या ?
-पीएचडी करके नौकरी और हरियाणवी गाने । पर पैसे के लिए कोई समझौता नहीं करूंगी । साफ सुथरे गाने ही चुनूंगी । कुछ अच्छा करने का इरादा है ।
हमारी शुभकामनाएं गीता सिंह को ।