फिरोजपुर जिले में कोरोना वायरस का एक भी केस नहीं, संदिग्ध मरीज की रिपोर्ट आई नैगेटिवः डिप्टी कमिश्नर
कहा, लोग हरेक केस को कोरोना वायरस से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल करने से गुरेज करें और भय का माहौल बनाने वालों पर होगी कार्रवाई
मीडिया से भी लैब रिपोर्ट की कंफर्मेशन के बाद ही मामले को प्रकाशित करने की अपील
फिरोजपुर: जिले में कोरोना वायरस का अभी तक एक भी केस सामने नहीं आया है। शनिवार को गुरु हर सहाय सब डिवीजन के जिस मरीज के सैंपल लैब टेस्टिंग के लिए भेजे गए थे, उसकी रिपोर्ट भी नैगेटिव आई है। इसके साथ ही अब तक जिले में जितने भी लोगों के सैंपल अब तक लिए गए हैं, सभी की रिपोर्ट नैगेटिव आई है। डिप्टी कमिश्नर श्री कुलवंत सिंह ने कहा कि यह काफी दुख की बात है कि हरेक केस को कोरोना वायरस से जोड़कर सोशल मीडिया पर वायरल करने का ट्रेंड शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और पुलिस की तरफ से इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और सभी केस पुलिस की साइबर ब्रांच को कार्रवाई के लिए रैफर किए जा रहे हैं।
श्री कुलवंत सिंह ने कहा कि अस्पताल में दाखिल होने वाले किसी भी मरीज को कोरोना का मरीज बताना गलत है क्योंकि कोरोना वायरस के लक्ष्ण और आम सर्दी, खांसी के लक्ष्ण काफी मिलते-जुलते हैं, इसलिए हमें इस तरह के मामलों में काफी एहतियात बरतनी चाहिए। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि कुछ मामलों में मरीजों की मौत होने पर सोशल मीडिया पर यह वायरल कर दिया गया कि कोरोना के संदिग्ध मरीज की मौत हो गई, जिसके बाद प्रशासन के लिए संबंधित मरीज का दाह-संस्कार करने में काफी परेशानी भी पैदा हुई। इसलिए बगैर कंफर्मेशन के इस तरह की बातें न फैलाई जाएं।
डिप्टी कमिश्नर ने मीडिया से भी अपील करते हुए कहा कि किसी भी मरीज की लैब रिपोर्ट में कोरोना वायरस की पुष्टी होने के बाद ही वह किसी तरह की खबर प्रकाशित करें क्योंकि बगैर लैब रिपोर्ट के इस तरह की सूचनाओं से लोगों में भय का माहौल पैदा होता है और किसी मरीज की मौत हो जाने पर उसके संस्कार को लेकर भी काफी परेशानी आती है।