हल्के के लोगों की दस साल तक नहीं ली कोई सुध, अब झूठे प्रचार के सहारे गुमराह कर रहे है दीपेंद्र हुड्डा: डॉ अरविंद शर्मा
झज्जर व रोहतक में जनसंपर्क किया भाजपा प्रत्याशी ने।
झज्जर/रोहतक, गिरीश सैनी। रोहतक लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि कभी बीमारी तो कभी चौधर के नाम पर चुनाव लड़ने वालों को अब जनता की असली ताकत का पता चल गया है। उन्होंने कहा कि हुड्डा पिता-पुत्र की जोड़ी को ये पता चल गया है कि जनता जनार्दन है। उन्होंने कहा कि जिसके साथ जनसमर्थन है, वही जीत हासिल करता है।
डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस शासनकाल के दौरान अगर पूर्व सीएम हुड्डा या उनके पुत्र दीपेन्द्र ने जनता की सुध नहीं ली। उन्होंने कहा कि देश की जनता को यह भी पता है कि यह चुनाव प्रधानमंत्री चुनने के लिए है, न कि मुख्यमंत्री चुनने का। लेकिन पूर्व सीएम हुड्डा एक ही बात को बार बार दोहराते है कि लोकसभा चुनाव के बाद प्रदेश में कांग्रेस की सरकार का रास्ता तय होगा। इससे साफ है कि झूठ का सहारा लेकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन देश व प्रदेश की जनता को मोदी सरकार की गारंटी पर पूरा भरोसा है और भाजपा चार सौ पार का आंकड़ा पार करेगी।
मंगलवार को भाजपा प्रत्याशी डॉ अरविंद शर्मा ने झज्जर व रोहतक में जनसंपर्क अभियान करते हुए विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने मूल मंत्र सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्रदेश में सरकार बनाने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। प्रदेश की जनता कांग्रेस का कुशासन देख चुकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को विश्व में अलग पहचान दिलाई है, जिस पर आज प्रत्येक भारतीय को गर्व है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे भाईचारा मजबूत रखें, भाईचारे से बड़ी कोई ताकत नहीं हो सकती।
भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है। विपक्षी पार्टियां जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है, लेकिन प्रदेश की जनता सजग व समझदार है, वह विपक्ष के बहकावे में नहीं आएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में केंद्र व प्रदेश सरकार का कार्यकाल बेमिसाल है। केन्द्र व प्रदेश सरकार की पारदर्शिता नीतियों के चलते आज योग्य युवकों को बिना पर्ची-खर्ची के नौकरी मिल रही है। भाजपा ने सता में आने के बाद भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की है।