जीजेयू के गैर शिक्षक कर्मियों ने क्लर्कों के समर्थन में दिया आधे दिन का धरना
हिसार, गिरीश सैनी। ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी फेडरेशन, हरियाणा के आह्वान पर गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के गैर शिक्षक कर्मचारी कल्याण संघ द्वारा क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के समर्थन में सुबह आधे दिन का धरना दिया गया। धरने में लिपिक वर्ग की मांग को जायज ठहराते हुए सरकार के विरोध में नारेबाजी की गई। धरने की अध्यक्षता संघ के प्रधान रामनिवास वर्मा ने तथा संचालन महासचिव पुनीत खुराना ने किया।
संघ के प्रधान रामनिवास वर्मा ने कहा कि 1957 से लेकर आज तक लिपिकों का वेतनमान को लेकर शोषण होता हुआ आ रहा है। आज लिपिक का वेतनमान ग्रुप-डी से मात्र 900 रूपए अधिक है जबकि प्रत्येक कार्यालय की जिम्मेदारी लिपिक के कंधे पर होती है। उन्होंने सरकार से जल्द से जल्द लिपिक वर्ग की मांग को पूरा करने की मांग की।
क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसायटी के प्रैस सचिव मुकेश तंवर ने धरने को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार ने लिपिकों का कार्य सिर्फ डायरी डिस्पैच तथा रिकॉर्ड कीपर का कार्य बताया है। हरियाणा सरकार द्वारा 20.04.2001 को सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का हवाला देते हुए एक पत्र जारी किया था, जिसमें 10 बिंदुओं का जिक्र किया गया था। सुप्रीम कोर्ट द्वारा आदेश दिए गए थे कि 10 बिंदुओं के आधार पर उनके कार्यों की समीक्षा की जाए और उनका वेतनमान निर्धारित किया जाए। सरकार द्वारा लिपिकों की कार्य समीक्षा आज तक नहीं की गई है, जिस कारण आज लिपिक को सबसे कम वेतनमान मिल रहा है। राज्य कोषाध्यक्ष सुनील गुज्जर ने कहा कि लिपिक वर्ग की एकमात्र जायज मांग 35400 की मांग है।
धरना स्थल को देशराज वर्मा, जयवीर मोर, इंद्राज भारती, रवि लाम्बा, जोगेन्द्र पातड़, सुन्दर सिंह, दीपक जांगड़ा तथा ओमप्रकाश दहिया ने भी संबोधित किया।