डिजिटल लिटरेसी तथा डिजिटल सिक्योरिटी का प्रहरी बनें एनएसएस वालंटियर्सः सुनित मुखर्जी

सांपला, गिरीश सैनी। बढ़ते हुए साइबर फ्रॉड के इस चुनौतीपूर्ण दौर में डिजिटल साक्षरता और सतर्कता समय की जरूरत है। साइबर सुरक्षा के विभिन्न टूल्स सीखकर विद्यार्थी न केवल खुद डिजीटली सुरक्षित रह सकते हैं, बल्कि अपने परिजनों, मित्रों, सहपाठियों को भी डिजिटल सुरक्षा कवच के दायरे में ला सकते हैं। एमडीयू के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक तथा निदेशक जनसंपर्क सुनित मुखर्जी ने राजकीय महाविद्यालय, सांपला में जारी राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) शिविर में एनएसएस वालंटियर्स को संबोधित करते हुए यह उद्गार व्यक्त किए।
सुनित मुखर्जी ने प्रत्येक एनएसएस वालंटियर को डिजिटल लिटरेसी तथा डिजिटल सिक्योरिटी का प्रहरी बनने का आह्वान किया। वालंटियर्स को डिजिटल एडिक्शन से बचने का संदेश देते हुए उन्होंने समय-समय पर डिजीटल डिटॉक्स कराने को कहा। अपनी दिनचर्या से कुछ समय निकालकर बुजुर्गों से संवाद तथा सामाजिक सरोकारों से जुड़ने का आह्वान सुनित मुखर्जी ने किया।
इस सात दिवसीय एनएसएस शिविर के संयोजक एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डा. दीपक लठवाल ने विद्यार्थियों को सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अलख जगाने तथा सामाजिक कार्यों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। बतौर विशिष्ट अतिथि एमडीयू पीआरओ पंकज नैन ने एनएसएस वालंटियर्स को अच्छा नागरिक बनने के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दी।