जन समस्याओं के समाधान में ढीलाई न बरतें अधिकारीः उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा
सीएम स्वयं कर रहे समाधान शिविरों की मोनिटरिंग।

रोहतक, गिरीश सैनी। उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने प्रशासनिक अधिकारियों से समाधान शिविर में आने वाले लोगों को संतुष्ट करके ही घर वापस भेजने के निर्देश दिए हैं। उपायुक्त ने समाधान शिविर में आए आमजन की समस्याओं का निपटान करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का उद्देश्य लोगों के जीवन को आसान बनाना है, ताकि उन्हें अपने काम करवाने के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर न लगाने पड़ें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी स्वयं समाधान शिविरों की मॉनीटरिंग कर रहे हैं, इसलिए कोई भी अधिकारी जन समस्याओं के समाधान के मामले में कोताही अथवा ढिलाई ने बर्तें। उन्होंने बताया कि हाल ही में मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समाधान शिविरों का औचक निरीक्षण किया था और उन्होंने विभिन्न जिलों में समाधान शिविरों में पहुंचे नागरिकों से सीधी बातचीत भी की।
उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा ने कहा कि राज्य सरकार के दिशा निर्देशानुसार सप्ताह में दो दिन सोमवार व वीरवार को प्रात: 10 से 12 बजे तक समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है और शुक्रवार को शिकायतों के निपटान की समीक्षा भी की जाती है।
उन्होंने बताया कि नीतिगत निर्णयों से जुड़ी शिकायतों को मुख्य सचिव कार्यालय को भेजा जाता है, जहां उनके समाधान के लिए सरकार के स्तर पर निर्णय लिए जाते हैं। उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के स्पष्ट निर्देश है कि अगर शिकायतकर्ताओं को एक ही मुद्दे के लिए बार-बार समाधान शिविरों में जाना पड़ता है तो अधिकारी जवाबदेह होंगे।
उपायुक्त ने निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभागाध्यक्ष समाधान शिविरों में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करें। उन्होंने समाधान शिविर में अनुपस्थित रहने वाले अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त नरेंद्र कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार, नगराधीश अंकित कुमार, भू-जल वैज्ञानिक दलबीर राणा, जिला समाज कल्याण अधिकारी महाबीर गोदारा, स्वास्थ्य विभाग के परिवार कल्याण अधिकारी सुरेश भारद्वाज, जिला कल्याण अधिकारी रेणु सिसोदिया सहित अन्य विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद थे।