गुजवि कुलपति प्रो नरसी बिश्नोई का एक वर्ष : स्वर्ण काल से कम नहीं
तेइस नये पाठ्यक्रम शुरू किये जायेंगे
-कमलेश भारतीय
हिसार : गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो नरसी राम बिश्नोई के कार्यकाल का एक वर्ष आज पूरा हुआ। इस अवसर पर मीडिया से कमेटी रूम में बातचीत के दौरान अपने इस एक वर्ष की उपलब्धियां बताते कहा कि विश्वविद्यालय परिसर में यही कहा जा रहा है कि बीता वर्ष विश्वविद्यालय का स्वर्ण काल रहा। मैंने कुलपति बनने से पहले पच्चीस वर्ष तक इसी विश्वविद्यालय में पर्यावरण विभाग में शिक्षण कार्य किया। पिछले वर्ष चार नये विभाग व सत्रह नये पाठ्यक्रम शुरू किये गये जबकि इस वर्ष नियमित मोड में तेइस नये पाठ्यक्रम शुरू किये जायेंगे । सभी पाठ्यक्रम वर्तमान समय में उद्योगों की मांग के अनुरूप ही रोज़गारपरक हैं। यही नहीं गुजवि में नया मेडिकल काॅलेज खोला जाना भी प्रस्तावित है। सत्र 2023-2024 से शोधकर्ताओं की फेलोशिप की राशि ही नहीं बल्कि संख्या भी बढ़ाई गयी ।
प्रो बिश्नोई ने बताया कि गुजवि ने द टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड रैंकिंग तथा ग्लोबल यूनिवर्सिटी रैंकिंग में विभिन्न श्रेणियों में देश व प्रदेश के साथ साथ विश्व स्तर पर भी उच्च रैंकिंग प्राप्त की है, जो बहुत गौरव की बात है । प्रो नरसी बिश्नोई ने कहा कि कोई विश्वविद्यालय एक दिन में स्थापित नहीं हो जाता, उसके वास्तविक विश्वविद्यालय बनने की यात्रा दशकों में पूरी होती है । हिसार में गुरु जम्भेश्वर के नाम पर बने विश्वविद्यालय ने पच्चीस वर्ष की यात्रा में अनेक उपलब्धियां प्राप्त कर अपनी पहचान देश विदेश में बना ली है । उन्होंने कहा कि एक अर्द्ध मरुस्थलीय परिसर को हरा भरा और दर्शनीय परिसर बनते देखना बहुत ही खुशी की बात है। उन्होंने कहा कि एक वर्ष के दौरान शिक्षकों, छात्रों व गैरशिक्षक कर्मियों से भरपूर सहयोग मिला । इसी कारण विश्वविद्यालय एक वर्ष में सफलता के इतने आयाम छू पाया ! गुजवि ने केवर शिक्षण में ही नहीं बल्कि कला और खेलों में भी नयी ऊँचाइयों को छुआ ! नये वर्ष में 118 करोड़ रुपये की लागत में नये छात्रावास भवन, आवासीय परिसर का विस्तार, एच एम बी व मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के भवनों का विस्तार किया जायेगा ।
इस अवसर पर कुलसचिव प्रो विनोद छोक्कर, प्रो संजीव असीम, प्रो दलबीर सिंह,प्रो संदीप राणा, प्रो योगेश छाब्बा व लोक सम्पर्क अधिकारी बिजेंद्र दहिया आदि मौजूद थे ।
गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति प्रो नरसी राम बिश्नोई को प्रसिद्ध कथाकार कमलेश भारतीय अपने दो कथा संग्रह `सूनी मांग का गीत' और `नयी प्रेम कहानी' (हंस प्रकाशन, नयी दिल्ली) भेंट करते हुए। प्रो बिश्नोई ने कमलेश भारतीय के कथा लेखन की प्रशंसा करते कहा कि उनकी कहानियां ग्रामीण जीवन पर आधारित होती हैं, जो सच्चाई को सामने ला देती हैं।